शोभायात्रा की परमिशन पर विवाद – वाल्मीकि महापंचायत ने प्रेसवार्ता
आगरा। वाल्मीकि शोभायात्रा की परमिशन को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया हैं। जिसमें एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर अनैतिक तरीके से अनुमति लेने का आरोप लगाया हैं। वाल्मीकि महापंचायत एवं वाल्मीकि समाज पिछले लगभग 50 वर्षों से जयंती का आयोजन करती आ रहा है। हर वर्ष की भांति इस बार भी 28अक्टुबर को जयंती का आयोजन आगरा मंडल के वाल्मीकि समाज की संस्था वाल्मीकि महापंचायत द्वारा किया जाना हैं।
वाल्मीकि महापंचायत के अध्यक्ष और उसके सदस्यों के द्वारा संयोजक चुना जाता है। इस वर्ष वाल्मीकि समाज के युवा नेता श्रीकांत चौहान को संयोजक चुना गया। आयोजन किए जाने हेतु अनुमति प्रार्थना पत्र शासन प्रशासन को विधिवत रूप से प्रेषित किया गया। प्रशासन द्वारा प्रार्थना सुनी गई व इस क्रम में लगातार बैठक कर अब तक बाल्मीकि महापंचायत को प्रतीक्षारत रखा। जबकि इसके विपरीत एक अन्य व्यक्ति अर्जुन चौहान को महापंचायत पदाधिकारियों की अनुपस्थिति में अन्यायपूर्ण तरीके से परमिशन दी गई। अर्जुन चौहान समाज व उसकी संस्था महापंचायत से अनुमोदित नहीं है।
अनैतिक दबाव के चलते उक्त अनुमति दी गई है। इससे वाल्मीकि महापंचायत एवं संपूर्ण वाल्मीकि समाज में आक्रोश व्याप्त है। और यह आक्रोश वाल्मीकि समाज में एक बड़े आन्दोलन का रूप ले सकता है। और इस कृत्य से वाल्मीकि समाज में खून खराबा भी उत्पन्न करा सकता है। वाल्मीकि महापंचायत कभी भी नही चाहता कि वाल्मीकि समाज में कोई खून खराबा हो और कोई भी आन्दोलन हो इसके लिए हमने उपायुक्त महोदय को अवगत कराया लेकिन उन्होनें हमें अब तक प्रतीक्षारत रखा हुआ है। व निरंतर कह रहे हैं कि मैंने किसी को अनुमति नहीं दी है।