नूहखेड़ा। सूवे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जहाँ एक ओर प्रदेश में जीरो टॉलरेंस शासन होने के दावे कर रहे हैं वही जलेसर तहसील के कानूनगो और लेखपालों द्वारा खुलेआम रिश्वत मांगे जाने और लिए जाने के ऑडियो एवं वीडियो सोशल मीडिया पर आये दिन वायरल हो रहे हैं। परिणामस्वरूप ये वायरल ऑडियो-वीडियो योगी सरकार के दावों की पोल खोल रहे हैं। मंगलवार को भी जलेसर तहसील के ही एक राजस्व निरीक्षक का वीडियो वायरल हो गया। वायरल वीडियो में कानूनगो साहब एक किसान से पांच पांच सौ के नोट लेते हुए स्पष्ट दिखायी पड़ रहे है। वीडियो वायरल होने के बाद जहाँ तहसील कार्यालय में हड़कम्प मचा हुआ है वही योगी सरकार में जमकर खुलेआम हो रही रिश्वतखोरी लोगो मे चर्चा का विषय बनी हुई है।
मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया। वायरल वीडियो में जलेसर तहसील के एक राजस्व निरीक्षक रामभरोसे लाल द्वारा एक किसान से पांच पांच सौ रुपये के काफी नोट लिए जा रहे हैं। राजस्व निरीक्षक के पास बैठा व्यक्ति लेखपाल बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में ली गयी रिश्वत किसान द्वारा चक की पैमाइश के लिए दिया जाना बताया जा रहा है। पीड़ित किसान का नाम नेपाल सिंह निवासी गांव महानमई बताया जारहा है। आरोप है कि राजस्व निरीक्षक रामभरोसे लाल द्वारा मनमानी रुपये लेने के बाद भी अभी तक पैमाइश नही की गयी है। हालांकि समाचारपत्र वायरल वीडियो के समय,स्थल तथा लगाये जा रहे आरोपों की पुष्टि नहीं करता है।
विदित हो कि रविवार को सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हुआ था। जिसमे तहसील क्षेत्र के गांव शाहनगर टिमरुआ में तैनात चकबन्दी लेखपाल मुकेश कुमार ने नगला गंगा निवासी पीड़ित किसान भगवानदास से 15 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गयी थी। ऑडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह ने सोमवार को रिश्वत मांगने तथा एंटी भूमाफिया एवं एससीएसटी एक्ट के तहत झूठे मुकद्दमे में फँसबाकर किसान को जेल भिजबाये जाने की धमकी देने के गंभीर आरोपों के बाद चकबन्दी लेखपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
वही एसडीएम विपिन कुमार मोरेल ने बताया कि मामला संज्ञान में है। वायरल वीडियो की जांच कर दोषी राजस्व निरीक्षक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।