आगरा: ऑल इंडिया जमीयतुल कुरैश के जिला अध्यक्ष अदनान कुरैशी ने नगर निगम पर गंभीर आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि अगर लोहा मंडी आलमगंज सैयद पड़ा क्षेत्र में गुमानी मस्जिद से लेकर पीर बहाबुद्दीन की मस्जिद तक की सड़क का निर्माण और सफाई का कार्य शीघ्र नहीं किया जाता, तो क्षेत्रीय लोग नगर निगम का घेराव करेंगे।
अदनान कुरैशी ने कहा कि इस क्षेत्र की सड़क का हाल काफी खराब है और यहां के निवासी रोज़ाना इस स्थिति से जूझ रहे हैं। गड्ढों और जलभराव के कारण सड़क की स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। खासतौर पर स्कूल जाने वाले बच्चे, महिलाएं और बुजुर्गों को यहां से गुजरने में बहुत कठिनाई हो रही है। बारिश के दौरान यह मार्ग और भी ज्यादा खराब हो जाता है, जिससे रास्ते में जगह-जगह पानी भर जाता है और गंदगी फैलती है।
सड़क की स्थिति और स्थानीय परेशानियाँ
अदनान कुरैशी ने बताया कि कई बार शिकायत करने के बावजूद नगर निगम की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। 15 जनवरी को नगर आयुक्त को प्रार्थना पत्र भी सौंपा गया था, लेकिन उनकी तरफ से कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने यह भी बताया कि कई लोग इस खराब सड़क पर गिरकर चोटिल हो चुके हैं, और अब यह स्थिति बहुत गंभीर होती जा रही है।
चेतावनी और आगामी कार्रवाई
अदनान कुरैशी ने नगर निगम को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते सफाई नहीं कराई जाती और सड़क का निर्माण नहीं किया जाता, तो क्षेत्रीय लोग नगर निगम का घेराव करेंगे और इसका विरोध करेंगे। इस दौरान वसीम अहमद, मंसूर कुरैशी, मोहम्मद यामीन, हाजी फरीद, मोहम्मद नौशाद, मोहम्मद जमालु, मोहम्मद अजीम, मुन्ना कुरैशी, मोहम्मद फुरकान, मोहम्मद असलम, इमरान कुरैशी, मोहम्मद रफीक, मोहम्मद यूनुस और अन्य स्थानीय लोग भी इस चेतावनी का समर्थन करते हुए खड़े थे।
सड़क निर्माण और सफाई की जरूरत
इस पूरे मामले पर स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि प्रशासन और नगर निगम ने शीघ्र इस समस्या का समाधान नहीं किया, तो यह स्थानीय लोगों की सुरक्षा और सामान्य जीवन में गंभीर हस्तक्षेप कर सकता है। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग जो रोज़ाना इस रास्ते से गुजरते हैं, उनके लिए यह मार्ग असुरक्षित बन गया है।
अदनान कुरैशी और उनके साथियों द्वारा दी गई चेतावनी और शिकायतों का समाधान न होने पर नगर निगम का घेराव करने की धमकी स्थानीय लोगों की बढ़ती नाराजगी को दर्शाती है। नागरिकों की सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं के अधिकार को लेकर यह मामला प्रशासन और नगर निगम के लिए चुनौती बन चुका है। अब यह देखना होगा कि नगर निगम इस गंभीर मुद्दे पर कब तक कार्रवाई करता है और क्या स्थानीय निवासियों की आवाज़ को सुना जाएगा।