पिनाहट ।पिनाहट मे लगने वाला पौष मेला इस बर्ष कोरोना काल खण्ड के चलते दो बर्ष बाद लगा है।उस पर भी कड़ाके की सर्दी ने गृहण लगा रखा था।किन्तु जब रविवार को धूप खिली तो मेले मे बडी संख्या मे खरीददारी करने वालो की भीड उमड पडी।जिससे बाजार मे दिनभर भीड भाड के हालात रहै।
पिनाहट के रामलीला मैदान मे पौष मेला का एतिहासिक मेला लगा हुआ है। बडे बुजुर्गो की माने तो अंग्रेजो के जमाने लख रहै इस मेले की आयु करीब दो सो बर्ष है।पुराने समय मे इस मेले से लोग पूरे साल के सामान की खरीददारी कर लेते थे।गांव गांव इस मेले के लगने का लोग बेसब्री से इंतजार करता थे।पिनाहट के सीमावर्ती मध्यप्रदेश,राजस्थान समेत करीब 400 गांव के लोग इस मेले खरीददारी करने आते थे।घरेलू उपयोग का सभी सामान जिसमे चकिया के पाट, सूफ,चलनी चलना,सुई धागा से लेकर गृहस्थी का सारा सामान आसानी से मिलता है।दो साल कोरोना कालखण्ड मे यह मेला नही लगा।दो साल बाद इस बार मेला लगा ही था।कि कड़ाके की ठण्ड ने मेले की चमक को फीका कर दिया।ठण्ड मे मारे खरीददारी करने वालो का इस मेले मे टोटा पड गया।किन्तु रविवार को जैसे ही मौसम कूछ साफ हुआ धूप खिली तो लोगो की भारी भीड मेले मे उमड पडी।दिनभर मेले की भीड से समूचे बाजार मे भीडभाड के हालात रहै।
दूर दराज से आते है दुकानदार
पौष मेले मे दुकान लगाने के लिये भिण्ड ,मुरैना ,ग्वालियर, गुना,इटावा,कानपुर,औरेया,मैनपुरी,गुरुग्राम के अलावा हरियाणा,दिल्ली राजस्थान के दुकानदारो ने आकर अपनी दुकाने लगायी है।
रामलीला कमेटी कर रही मेले का रखरखाव
मेले मे आये दुकानदारो के जान माल सुरक्षा ब्यवस्था मेला कमेटी द्वारा की जाती है। रामलीला कमेटी ही मेला कमेटी के रूप मे कार्य करती है।दुकानदारो को दुकाने देना,उनके लिये बिजली पानी की ब्यवस्था करना भी कमेटी का ही काम होता है।रामलीला कमेटी के अध्यक्ष रामनरेश परिहार ने बताया कि इस बर्ष और बर्षो से ज्यादा दुकानदार मेले मे दुकान लगाने आये है।सबको उचित स्थान व सुविधा दी जा रही है।