सरकार ने शिक्षामित्रों के साथ फिर एक बार किया सौतेला व्यबहार वीरेन्द्र छौंकर
आगरा।
आज उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विधानसभा में 2024 का बजट पेश किया गया है । उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह छौंकर ने बजट को लेकर कहा है सरकार ने शिक्षामित्रों के साथ फिर एक बार सौतेला ब्यवहार किया है बजट को लेकर शिक्षामित्रों को बड़ी उमीद थी लेकिन सरकार ने फिर एक बार निराश किया है । शिक्षामित्रों के मानदेय में पिछले 6 सालों से कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गयी है । जबकि सरकार ने 2022 के विधानसभा चुनाब से पूर्व अनुपूरक बजट में 2000 रुपया मानदेय वृद्धि की थी उसे भी आज तक लागू नहीं किया गया है जबकि अनुदेशक,आंगनबाड़ी, अशाकर्मी सहित अन्य सभी संविदाकर्मियों के मानदेय में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि की जा चुकी है । कहने को तो सरकार 736 हजार करोड़ रुपये का अब तक का सबसे बड़ा बजट लेकर आयी है लेकिन शिक्षामित्रों के लिए कुछ नहीं है चुनबी वर्ष होने कारण शिक्षामित्र सरकार की तरफ टकटकी लगाए देख रहे थे अंततः निराशा ही मिली है जिससे प्रदेश के लाखों शिक्षामित्रों की भावनाएं एक बार फिर आहत हुई हैं और शिक्षामित्र अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं जबकि चुनाब ड्यूटी से लेकर बीएलओ,प्लस पोलियो,जनगणना, मतगणना,हर सरकारी काम शिक्षामित्र पूरी निष्ठा और ईमानदारी पूर्वक करते हैं । ज्ञात हो कि 2017 में माननीय सुप्रीम कोर्ट से समायोजन निरस्त होने के बाद सरकार शिक्षामित्रों को मानदेय के रूप में 10 हजार प्रतिमाह दे रही है पिछले छः सालों से इसमें कोई वृद्धि नहीं हुई है आर्थिक तंगी और मानसिक अवसाद के कारण अपने भविष्य की चिंता में अबतक हजारों शिक्षामित्र ह्रदयघात तथा आत्महत्या कर असमय ही प्राण त्याग चुके हैं ।