आगरा: मुंबई में आयोजित स्त्री रोग विशेषज्ञों के सालाना महाकुंभ में आगरा के डॉक्टरों ने एक बार फिर अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया। इस वर्ष के महाकुंभ में आगरा के 20 गाइनोलॉजिस्टों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पुरस्कारों से नवाजा गया। खासकर डाॅक्टर नरेंद्र मल्होत्रा और डाॅक्टर जयदीप मल्होत्रा को फोग्सी लीजेंड, अधुना और फोग्सी क्वींस अवार्ड जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मिलें।
पांच दिवसीय महाकुंभ में महत्त्वपूर्ण योगदान
यह पांच दिवसीय महाकुंभ 2025 के दौरान भारत के शीर्ष स्त्री रोग विशेषज्ञों ने विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में अपने अनुभव और ज्ञान का आदान-प्रदान किया। महाकुंभ के दौरान डाॅक्टर जयदीप मल्होत्रा ने प्राइमरी ओवेरियन इंसफिशिएंसी (POI) के बारे में चर्चा की, जो महिलाओं में समय से पहले ओवेरियन फेलियर के कारण होता है। उन्होंने इस विषय पर विस्तार से बताया और इसके इलाज के लिए नवीनतम उपचार विधियों पर चर्चा की।
वहीं, डाॅक्टर नरेंद्र मल्होत्रा ने कोस्मेटिक रीजेनरेटिव पर व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने नए तकनीकी तरीकों से स्त्री रोग उपचार की प्रक्रिया को और बेहतर बनाने के उपाय बताए।
महत्वपूर्ण सत्र और पुरस्कार वितरण
इस महाकुंभ में डाॅक्टर निहारिका मल्होत्रा ने चार अलग-अलग विषयों पर व्याख्यान दिए और 1000 से अधिक चिकित्सकों को प्रशिक्षण भी दिया। इसके साथ ही डाॅक्टर सविता को उनके कार्यों के लिए दो महत्वपूर्ण अवार्ड दिए गए, जिनमें एक अधुना अवार्ड भी शामिल था।
डाॅक्टर सरोज सिंह ने गर्भवती महिलाओं के पोषण, नियमित जांच और सुरक्षित प्रसव केंद्र पर प्रसव के लिए पहुंचने के महत्व पर अपनी बात रखी।
महाकुंभ के अंतिम दिन डाॅक्टर सुनीता तेंदुलवाडकर ने फोग्सी की अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला और डाॅक्टर जयदीप टांक के कार्यों की सराहना की, साथ ही उन्हें भावभीनी विदाई दी गई।
पुरस्कार प्राप्त करने वाले अन्य चिकित्सक
इस वर्ष के महाकुंभ में डाॅक्टर आरती गुप्ता, डाॅक्टर रुचिका गर्ग, उर्वशी वर्मा, गरिमा त्रिवेदी, सुमन बंसल, शिवानी शिखा, अंजना अरोरा, शालिनी गुप्ता, रश्मि खंडेलवाल, निर्मल यादव, कामिनी खुराना, आरती और संजना जैसे चिकित्सकों को भी उनके चिकित्सा क्षेत्र में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।