आगरा में शस्त्र लाइसेंसों में बड़े पैमाने पर धांधली का मामला सामने आया है। विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों के मुताबिक, एक शिकायत में आरोप लगाया गया था कि जिले में कई शस्त्र लाइसेंस धारकों ने अपने लाइसेंसों में गड़बड़ी की है। इनमें से कुछ लाइसेंस ऑनलाइन चढ़ाए गए थे, जिनमें शस्त्रों को दूसरे राज्यों से खरीदने का झूठा दावा किया गया था। हालांकि, इन शस्त्रों का कोई रिकॉर्ड लाइसेंसधारकों के पास नहीं मिला।
एसटीएफ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्ट्रेट के आयुध विभाग से इन लाइसेंसों का रिकॉर्ड मांगा है। जांच में सामने आया है कि कुछ लाइसेंसों में गड़बड़ी है। सूत्रों का कहना है कि कुछ लाइसेंस धारकों ने जांच शुरू होने से पहले ही अपने लाइसेंस निरस्त करा लिए हैं।
जांच के दायरे में तत्कालीन कर्मचारी
इस मामले में तत्कालीन कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि वर्तमान कर्मचारी ज्यादा परेशान नहीं हैं। आशंका जताई जा रही है कि लाइसेंस जारी करने में इन कर्मचारियों की मिलीभगत रही होगी।
आगरा में शस्त्र लाइसेंसों की संख्या
आगरा जिले में लगभग 50 हजार शस्त्र लाइसेंस हैं, जिनमें से 28 हजार शहरी क्षेत्र में हैं। एसटीएफ की जांच से यह पता चल सकता है कि इस बड़ी संख्या में लाइसेंसों में कितने लाइसेंस फर्जी हैं।
एडीएम सिटी का बयान
एडीएम सिटी अनूप कुमार ने बताया कि एसटीएफ ने कुछ शस्त्र लाइसेंसों के बारे में जानकारी मांगी है और वह उपलब्ध कराई जा रही है।