Ghaziabad Cyber Fraud: डेटिंग ऐप के जरिए एक युवती ने युवक से ऑनलाइन ट्रेडिंग में मुनाफे का झांसा देकर 12.60 लाख रुपये की साइबर ठगी कर दी। युवती ने अपना असली नाम साक्षी गौड़ा बताया और टेलीग्राम ऐप पर संपर्क करने को कहा। वहां से बातचीत करते हुए उसने युवक को एक शेयर ट्रेडिंग वेबसाइट पर अकाउंट बनाने के लिए प्रेरित किया और मुनाफे का लालच देकर पैसे जमा करवाए। जब युवक ने युवती से मिलने का प्रयास किया, तो युवती ने और पैसे मांगने शुरू कर दिए। जब युवक ने पैसे देने से मना किया, तो युवती ने संपर्क तोड़ लिया।
गाजियाबाद में एक और साइबर ठगी का मामला
गाजियाबाद। गाजियाबाद में एक और साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक से करीब 13 लाख रुपये ठग लिए गए। यह ठगी डेटिंग ऐप के माध्यम से एक युवती के संपर्क में आने के बाद हुई। युवक ने अपनी शिकायत में बताया कि वह क्रॉसिंग रिपब्लिक स्थित गौर ग्लोबल विलेज सोसायटी में रहता है और उसका नाम अलंकार जौहरी है। अगस्त 2024 में उसने ‘अमोर’ नामक डेटिंग ऐप पर अकाउंट बनाया था, जहां उसकी मुलाकात एक युवती से हुई, जिसने अपना नाम साक्षी गौड़ा बताया। युवती ने उसे टेलीग्राम ऐप पर संपर्क करने के लिए कहा।
ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर मुनाफे का झांसा
टेलीग्राम पर संपर्क करने के बाद युवती ने अलंकार को एक वेबसाइट ‘स्प्रीडेक्स ग्लोबल’ पर अकाउंट बनाने को कहा। उसने दावा किया कि इस वेबसाइट पर ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग करने से उसे काफी मुनाफा होगा और अंत में वह अलंकार से मिलने के लिए तैयार होगी।
मुनाफे का लालच देखकर अलंकार ने युवती द्वारा बताए गए खाते में कुल 12.60 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब युवती से मिलने की बात की गई, तो उसने कहा कि वह तभी मिलेगी, जब अलंकार और पैसे जमा करेगा। इसके बाद युवती ने संपर्क करना बंद कर दिया, जिससे अलंकार को ठगी का अहसास हुआ।
साइबर ठगी पर पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने के बाद गाजियाबाद साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है। एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही आरोपित युवती को गिरफ्तार किया जाएगा। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि साइबर ठगी के मामले दिन-ब-दिन बढ़ रहे हैं, जहां अपराधी डेटिंग ऐप्स और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं।
दूसरी साइबर ठगी का मामला
वहीं, एक और साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें गौर सिद्धार्थम सोसायटी में रहने वाली एक महिला और उसकी दोस्त से 76 हजार रुपये ठग लिए गए। महिला ने बताया कि उन्हें अपनी मित्र मयूरी के वाट्सएप अकाउंट से एक मैसेज आया, जिसमें रुपये की जरूरत बताकर 38 हजार रुपये मांगे गए। उसने दिए गए अकाउंट में रुपये ट्रांसफर कर दिए। बाद में पता चला कि उसकी एक और मित्र संगीता देवी से भी इसी तरह ठगी की गई थी। जांच में यह खुलासा हुआ कि किसी ने मयूरी और संगीता देवी का वाट्सएप अकाउंट हैक कर ठगी की थी।
साइबर ठगी से बचने के उपाय
- ध्यान से बातचीत करें: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर किसी से भी बातचीत करते वक्त सतर्क रहें। किसी भी प्रकार की वित्तीय लेन-देन करने से पहले उसकी वैधता की जांच जरूर करें।
- धोखाधड़ी की पहचान करें: यदि कोई व्यक्ति मुनाफे के लिए ज्यादा लालच दे रहा है तो सतर्क हो जाएं, क्योंकि यह आमतौर पर धोखाधड़ी का संकेत होता है।
- पुलिस को सूचित करें: यदि आपको किसी भी प्रकार की ठगी का शिकार होने का संदेह हो, तो तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराएं।