खाकी पहनने से पहले ‘चूना’! एटा में पुलिस भर्ती का ‘काला सच’ आया सामने, डॉक्टरों की वसूली गैंग का पर्दाफाश!

Pradeep Yadav
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खाकी पहनने से पहले 'चूना'! एटा में पुलिस भर्ती का 'काला सच' आया सामने, डॉक्टरों की वसूली गैंग का पर्दाफाश!

Etah News, एटा: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती 2023 की शारीरिक और मेडिकल परीक्षा में एक चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा सामने आया है। एटा में चल रही भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को मेडिकल में अनफिट करने की धमकी देकर अवैध वसूली करने के आरोप में पुलिस ने दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान डॉ. अनुभव अग्रवाल और डॉ. राहुल वार्ष्णेय के रूप में हुई है।

कोतवाली नगर के प्रभारी निरीक्षक को 8 मई की शाम को व्हाट्सएप पर कुछ आपत्तिजनक वीडियो और तस्वीरें मिली थीं। इन वीडियो में डॉ. अनुभव अग्रवाल एक निजी स्थान पर पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों का कथित तौर पर मेडिकल परीक्षण करते हुए और उनसे रुपये लेते हुए स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे। पुलिस ने तत्काल मामले की जांच शुरू की और पाया कि ये वीडियो एटा के सुमित्रा डायग्नोस्टिक सेंटर में स्थित कलावती सीटी स्कैन सेंटर के हैं।

पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक पूछताछ में डायग्नोस्टिक सेंटर के एक कर्मचारी, लवकुश ने महत्वपूर्ण जानकारी दी। उसने बताया कि वीडियो में दिखाई दे रहे युवक वही अभ्यर्थी हैं जो आने वाले दिनों में पुलिस भर्ती की मेडिकल परीक्षा में शामिल होने वाले हैं। कर्मचारी ने आगे बताया कि डॉ. अनुभव अग्रवाल ने अपने कुछ अज्ञात सहयोगियों के माध्यम से इन अभ्यर्थियों को बुलाया था और उन्हें मेडिकल परीक्षण में फेल करने की धमकी देकर मोटी रकम वसूली थी।

वायरल हो रहे वीडियो की जांच में पता चला है कि यह 3 मई का है। इस वीडियो में डॉ. अनुभव अग्रवाल स्पष्ट रूप से रुपये लेते हुए और एक अभ्यर्थी का निजी तौर पर परीक्षण करते हुए दिख रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि उसी वीडियो में एक अन्य डॉक्टर, डॉ. राहुल वार्ष्णेय भी संदिग्ध परिस्थितियों में उपस्थित दिखाई पड़ते हैं। अब तक की पुलिस जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि दोनों डॉक्टरों ने मिलकर एक संगठित गिरोह बनाया था और भर्ती होने की उम्मीद लगाए बैठे अभ्यर्थियों से अनुचित आर्थिक लाभ उठाया।

फिलहाल, कोतवाली नगर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है। एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्याम नारायण सिंह ने इस गंभीर मामले में कठोर कार्रवाई के स्पष्ट संकेत दिए हैं। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने और ऐसे भ्रष्ट तत्वों को जड़ से खत्म करने के सख्त निर्देश जारी किए हैं। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और इस गोरखधंधे में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने में जुट गई है। यह घटना पुलिस भर्ती प्रक्रिया की निष्पक्षता पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है और प्रशासन अब यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

 

 

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