शिकायत पर असंतोषजनक फीडबैक देने पर पीड़ित से की गई अभद्र टिप्पणी
आगरा। विकास खंड सैंया की ग्राम पंचायत भिड़ावली में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में गंभीर लापरवाही और अनियमितता का मामला सामने आया है। एक युवक ने शादी से पूर्व शौचालय के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, लेकिन रिकॉर्ड में उसके नाम पर पहले से शौचालय दर्शा दिया गया। शिकायत के बावजूद समाधान की बजाय उसे फर्जी निस्तारण का सामना करना पड़ा।पीड़ित युवक ने जब मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर शिकायत दर्ज कराई, तो ब्लॉक कर्मचारियों ने ग्राम प्रधान व पंचायत सहायक से दस्तखत करवा कर शिकायत को कागजों में निस्तारित दिखा दिया। जब सीएम पोर्टल से फीडबैक लिया गया तो पीड़ित ने असंतोष व्यक्त किया। इस पर संबंधित कर्मचारी नाराज हो गए और कथित रूप से पीड़ित से अभद्र भाषा में कहा कि “काम नेतागिरी या शिकायत से नहीं, रिक्वेस्ट से होता है।”
पीड़ित युवक ने बताया कि उसकी शादी 17 मई को है और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा के लिए वह कई बार गुहार लगा चुका है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी टालमटोल करते रहे। सवाल यह भी उठ रहा है कि यदि कोई नागरिक अपनी समस्या को लेकर प्रशासन से शिकायत करता है तो क्या उसे कर्मचारियों की ‘रिक्वेस्ट पॉलिसी’ के अनुसार काम कराने के लिए दबाव में रहना पड़ेगा?इस पूरे प्रकरण से ब्लॉक स्तर पर जवाबदेही की स्थिति पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो गए हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन इस शिकायत का संज्ञान लेकर दोषियों पर कार्रवाई करता है या मामला पूर्व की भांति ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।