सफाई मित्रों को सम्मानजनक मानदेय के लिए गठित होगा बोर्ड-योगी

Dharmender Singh Malik
3 Min Read

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आज शहरों में स्वच्छता नए सिरे से देखने को मिलती है। इसको लेकर लोगों के मन में एक उत्साह दिखता है। इसमें सबसे बड़ा रोल हमारे सफाई मित्रों का है। उन्होंने कहा कि नगर विकास विभाग और प्रदेश सरकार ने चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में एक कमेटी भी बनाई है ताकि सफाई मित्रों को अच्छा मानदेय मिले।

मुख्यमंत्री योगी ने गुरुवार को यहां आयोजित 8754 करोड़ की लागत की 2042 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास एवं पुस्तक विमोचन करते हुए कहीं। इस दौरान उन्होंने टेम्पो टिपर एवं अमृत कार्ट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के लार्भियों को चाभी वितरित करने के साथ ही सफाई मित्रों को सुरक्षा किट भी प्रदान की।

See also  रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर लग सकती है रोक? छाए संकट के बदल, हाईकोर्ट में याचिका दाखिल

अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सर्विस प्रोवाइडर को हम अलग से पैसा दे रहे हैं, लेकिन वह सफाई मित्रों को पैसा काट कर मानदेय देते हैं। ऐसे में उनको सम्मानजनक मानदेय देने और उन्हे मान सम्मान मिले इसके लिए राज्य स्तर पर एक बोर्ड गठित कर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाएगा। खासकर सीवर आदि की सफाई करने वालों को अतिरिक्त मानदेय की व्यवस्था के साथ उनकी सुरक्षा की व्यवस्था सरकार सुनिश्चित करेगी। सीएम ने कहा कि 60 शहर अमृत योजना के तहत अच्छादित हैं। इसके अलावा नगर विकास विभाग ने और भी परियोजनाओं का शुभारंभ किया है। आने वाले समय में 100 ऐसी नगर पंचायतों का चयन किया जाएगा, जिसे आकांक्षात्मक सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा।

See also  आजम खां और बेटे अब्दुल्ला की बढ़ी मुसीबत, शत्रु संपत्ति मामले में फिर आरोप

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ राज्य ऐसे भी होंगे जिनका वार्षिक बजट ही 8700 के आसपास होगा, जितने कार्यों का हम नगर विकास के अंतर्गत लोकार्पण और शिलान्यास कर रहे हैं। सरकार गरीबों को फ्री में आवास, शौचालय, 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा कवर दे रही है। जब अच्छी सरकार आती है तो ऐसे ही परिवर्तन लाती है। वहीं पाकिस्तान को देख लीजिए वहां पर आज रोटी के लाले पड़ रहे हैं। सरकार द्वारा 17 लाख से अधिक गरीबों को नगरीय क्षेत्र में 1-1 आवास उपलब्ध करवाया जा चुका है। इसमें 17 लाख से अधिक और ग्रामीण क्षेत्र को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 34 लाख हो जाती है।

See also  सुल्तानपुर एनकाउंटर : इधर एसटीएफ ने बदमाश का एनकाउंटर किया उधर इनको लगी मिर्च, जानिए क्या है मामला
Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a comment