जिला के गांव वेदखेडी में स्थित सतलोक आश्रम में बुधवार से बोध दिवस तीन दिवसीय भंडारे का सुभारंभ हुआ, जो कि 17 फरबरी तक चला । भंडारे में लाखों की संख्या में भक्तों एवं नागरिकों ने प्रसाद चखा ।परमपिता पूर्ण परमात्मा कबीर साहिब जी के धरती पर अवतार तत्वदर्शी सतगुरु रामपाल जी महाराज ने 37 वर्ष की आयु में 17 फरवरी 1988 (फाल्गुन महीने की अमावस्या की रात्रि) को स्वामी राम देव आनंद जी से नाम दीक्षा ली ।
सतगुरु रामपाल दास जी महाराज ने नाम उपदेश प्राप्त करने के बाद तन मन धन से समर्पित होकर अपने सतगुरु स्वामी राम देव आनंद जी द्वारा बताएं भक्ति मार्ग पर दृढ़ होकर साधना की तथा परमात्मा का साक्षात्कार किया उपदेश दिवस को संतमत में उपदेशी भक्तों का आध्यात्मिक जन्मदिन माना जाता है । इसलिए हर वर्ष 17 फरवरी को संत रामपाल जी महाराज के बोध दिवस के रुप में मनाया जाता है ।
सतगुरु रामपाल जी महाराज का “8 सितंबर 1951 को हरियाणा प्रांत के जिला सोनीपत गांव धनाना में एक किसान परिवार में हुआ था। अपनी पढ़ाई पूरी करने के उपरांत वे हरियाणा प्रांत में सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर 18 वर्ष तक कार्यरत रहे। इसी दिन के उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज जी का बोध दिवस मनाया गया ।जो कि 15 फरबरी से 17 फरवरी 2023 तक मनाया गया।
संत रामपाल जी के सानिध्य में दहेज रहित शादियां(रमैनी) भी करवाई गई। ब्लड डोनेशन भी करवाया गया। ओर इस अवसर पर भक्त -हरदेश दास, धर्मवीर दास, सुमित दास ओर भक्त परवीन दास का विशेष योगदान रहा।