ब्रज वृन्दावन देवालय समिति ने ब्रज की संस्कृति और धरोहर के संरक्षण के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने का निर्णय लिया। बैठक में वृन्दावन को यूनेस्को विश्व धरोहर घोषित करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया।
ठाकुर श्री राधा दामोदर मंदिर में आयोजित बैठक में लिया गया ऐतिहासिक निर्णय
मथुरा: ब्रज वृन्दावन देवालय समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक ठाकुर श्री राधा दामोदर मंदिर में आयोजित की गई। इस बैठक में ब्रज वृन्दावन के विभिन्न मंदिरों और देवालयों के आचार्यों ने भाग लिया। बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया कि ब्रज वृन्दावन के विकास की योजनाओं में देवालय समिति को शामिल किया जाए।
ब्रज की संस्कृति और धरोहर का संरक्षण
बैठक में बरसाने के ऊंचा गाँव स्थित ललिता पीठाधीश्वर गोस्वामी श्री कृष्णानन्द भट्ट जी के प्रस्ताव को ध्वनि मत से स्वीकार किया गया। उनके प्रस्ताव के अनुसार, ब्रज की संस्कृति, प्राचीन स्वरूप और धरोहर को बचाने के लिए तीनों राज्यों (उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान) के प्रतिनिधियों को शामिल करते हुए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के नियंत्रण में होगी। इस उच्च स्तरीय समिति के गठन से ब्रज की पहाड़ियाँ, धरोहर और परंपराएँ सुरक्षित रह सकेंगी।
यूनेस्को विश्व धरोहर
बैठक में वृन्दावन को यूनेस्को विश्व धरोहर घोषित कराने के लिए भी देवालय समिति कार्य करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में शामिल गणमान्य व्यक्ति
बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष श्री आलोक गोस्वामी ने की और बैठक की कार्यवाही संस्था के महासचिव श्रीमती अनघा श्रीनिवासन की देखरेख में हुई। इस अवसर पर गोस्वामी श्री कृष्णानन्द भट्ट, श्री हरिश्चन्द्र गोस्वामी, श्री यज्ञ पुरुष गोस्वामी, श्री श्याम सुन्दर गोस्वामी, श्री लोकेश गोस्वामी, विजय किशोर गोस्वामी, श्री विक्रम लवानियाँ, श्री गोविन्द महंत, श्री कृष्ण बलराम गोस्वामी, दीपक गोस्वामी, गौरव गोस्वामी, श्री रूद्र प्रताप सिंह आदि ने अपने विचार रखे।