हिंदुवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने घेरा थाना, थाना पुलिस से हुई जमकर तड़का भड़की
आगरा (किरावली)। कस्बा अछनेरा क्षेत्र में बीती रात्रि समुदाय विशेष के दबंगों द्वारा किए गए कारनामे से कस्बे का माहौल तनावपूर्ण हो गया। शनिवार सुबह हिंदुवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं को घटना की जानकारी हुई तो गुस्सा भड़क गया। इसके बाद थाने का घेराव कर घंटों तक धरना दिया गया।
बताया जाता है कि गांव छैपोखर निवासी मानवेंद्र पुत्र विक्रम सिंह अपने साथियों के साथ आगरा स्थित स्टेडियम से प्रेक्टिस करके लौट रहा था। साबरमती एक्सप्रेस से अछनेरा रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद घर जाने के लिए पहाड़ लाइन मार्ग होकर जा रहा था। इसी दौरान समुदाय विशेष के हाशिम, सन्नी, तारिक, फरीदीन, शानू और पान ने मिलकर मानवेंद्र से गाली गलौज शुरू कर दी।
मानवेंद्र के साथियों द्वारा बीचबचाव करने पर दबंगों ने अपने अन्य साथियों को मौके पर बुला लिया। सभी लोग हथियारों से लैस थे। सभी ने मिलकर मानवेंद्र और उसके साथियों के बुरी तरह पीटा। किसी तरह सभी खिलाड़ी जान बचाकर वहां से भागने लगे, इसके बावजूद दबंगों द्वारा अपनी गाड़ियों से उनका पीछा किया गया। घटना की जानकारी खिलाड़ियों ने 112 पीआरवी पर देने की कोशिश की तो संपर्क नहीं हुआ।
घटना की तहरीर देने खिलाड़ी शनिवार को जब थाने आ रहे थे तो दबंगों ने उनको फिर से घेर लिया। शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी। घटना की सूचना मिलने पर हिंदुवादी संगठन के भोज कुमार की संयुक्त अगुवाई में सैकड़ों युवाओं ने मिलकर अछनेरा थाने का घेराव कर दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की थाना पुलिस से जमकर तड़का भड़की हुई।
थाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिए। थाना पुलिस को दबंगों के खिलाफ दी गई तहरीर में बंटी ढाबा वाले पर अपने साथियों को उकसाकर खिलाड़ियों पर हमला करवाने का आरोप लगाया गया है। थाना पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना समाप्त करवाया।इस मामले में थाना प्रभारी डीपी तिवारी ने बताया है कि झगड़े के संबंध में तहरीर मिली है। इसकी जांच की जा रही है। मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
दलालों को संरक्षण देने का लगाया गंभीर आरोप
हिंदुवादी संगठनों की अगुवाई में किए गए धरना प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने थाना पुलिस पर दलालों को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगा दिया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि थाने पर दिन भर दलालों का जमावड़ा लगा रहता है। इनके बिना थाने पर पत्ता भी नहीं खड़कता। दलाल ही मिलकर थाने को चला रहे हैं। कार्यकर्ताओं के आरोपों पर थाना पुलिस ने चुप्पी साध ली।