फतेहपुर सीकरी: थाना क्षेत्र के ग्राम सिकरौदा में रविवार को एक गंभीर विवाद सामने आया, जिसमें दो पक्षों के बीच मारपीट, पथराव और गोलीबारी की घटनाएं हुईं। यह विवाद बालिका के शौच करने और ट्रैक्टर निकालने के बाद हुआ। दोनों पक्षों में झगड़ा इतना बढ़ गया कि लाठी-डंडों के साथ-साथ एक पक्ष की ओर से गोली भी चलाई गई।
विवाद की शुरुआत तब हुई जब चंद्रभान सिंह और रविंद्र सिंह के बीच ट्रैक्टर निकालने को लेकर कुछ कहासुनी हो गई। यह कहासुनी देखते-देखते मारपीट और पथराव में बदल गई। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच झगड़ा और बढ़ गया और एक पक्ष की ओर से जानलेवा हमले की नीयत से गोली भी चलाई गई। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद थाना पुलिस ने दोनों पक्षों के 11 लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
कानूनी कार्रवाई और अभियोग
थाना पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में पहले पक्ष के लव और अनूप पर दूसरा पक्ष के लोगों पर गोली चलाने का आरोप लगाया गया है। वहीं, दूसरे पक्ष के खिलाफ भी मारपीट और पथराव के आरोप हैं। पुलिस द्वारा नामजद किए गए अभियुक्तों में दोनों पक्षों के कुल 11 लोग शामिल हैं, जिनमें चंद्रभान सिंह, रविंद्र सिंह, लव, अनूप, अंकित, रोहतास, सुधा सिंह, कृष्णा, कुलदीप, धीरेंद्र, सत्येंद्र, हरेंद्र, और सीमा शामिल हैं। इन पर विभिन्न संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
थाना पुलिस द्वारा इस मामले में उचित कार्रवाई की जा रही है और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में शीघ्र जांच पूरी करने का आश्वासन दिया है।
समाज पर पड़ने वाला प्रभाव
इस घटना ने ग्राम सिकरौदा और आसपास के क्षेत्रों में तनाव बढ़ा दिया है। क्षेत्रीय लोग इस विवाद और गोलीबारी को लेकर चिंतित हैं। पुलिस प्रशासन का यह कहना है कि इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
मुकदमा दर्ज
चौकी इंचार्ज वेदपाल सिंह की रिपोर्ट पर थाना पुलिस द्वारा धारा 307 (जानलेवा हमला), 323 (मारपीट), 324 (चोट पहुँचाना), 147 (दंगे में भाग लेना), 148 (दंगा करने के लिए हथियार लेकर आना), 149 (गैरकानूनी जमावड़ा), 506 (धमकी), 427 (संपत्ति को नुकसान पहुँचाना) जैसी संगीन धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है।
सिकरौदा गांव में हुए इस विवाद ने एक बार फिर साबित किया है कि कुछ मामूली विवादों के कारण सामूहिक हिंसा हो सकती है। पुलिस को उम्मीद है कि इस मामले में सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर न्याय की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।