मैनपुरी (शिवम गर्ग) सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले आरसीएल ग्रुप के चेयरमैन मनोज यादव ने मंगलवार को सपा का दामन छोड़ दिया। उन्होंने सपा में पारिवारिक कलह अधिक होने के साथ ही स्थानीय स्तर पर नेताओं द्वारा एक दूसरे की टांग खींचने का आरोप लगाया है।
शहर के स्टेशन रोड निवासी मनोज यादव दो दशक से सपा से जुड़े रहे हैं। वे 2016 में सपा के टिकट पर घिरोर के ब्लॉक प्रमुख भी रह चुके हैं। इसके बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति से दूरी बना ली थी। वे पर्दे के पीछे से ही सपा की मदद कर रहे थे। उन्हें अखिलेश यादव का बेहद करीबी माना जाता है। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद दिसंबर 2022 में हुए लोकसभा उप चुनाव में डिंपल यादव के साथ भी उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई थी। लेकिन मंगलवार को उन्होंने सपा से इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने कहा कि सपा अब जनता के लिए काम नहीं कर पा रही है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। बिना किसी पक्षपात के काम किया जा रहा है। उनकी कंपनी के पास भी 5 हजार करोड़ से अधिक के काम हैं। हालांकि वे भाजपा में जाएंगे या नहीं, इसका उन्होंने अभी खुलासा नहीं किया है। मनोज यादव के सपा छोड़ने से जिले में पार्टी को झटका लगा है। सपा नेता मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
क्या भाजपा में आ सकते हैं मनोज
सपा छोड़ने के बाद मनोज यादव के भाजपा में भी आने की अटकलें लगाई जा रही है हालांकि किसी भी प्रकार की कोई पुष्टि नहीं हुई है । मनोज यादव द्वारा भाजपा, योगी और मोदी की तारीफ करने से लोग भाजपा में आने का लगा रहे हैं कयास ।