लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की नई अध्यक्ष श्रीमती बबिता चौहान ने शुक्रवार को लखनऊ स्थित आयोग के दफ्तर में अपना पदभार संभाल लिया। इस अवसर पर आयोग की उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त स्व. मुलायम सिंह यादव की बहु अपर्णा यादव ने अभी तक पदभार नहीं संभाला है, जबकि दूसरी उपाध्यक्ष चारू चौधरी ने अपनी जिम्मेदारियों को स्वीकार कर लिया है। बबिता चौहान के साथ आयोग के 11 अन्य सदस्यों ने भी अपनी जिम्मेदारियां ग्रहण कीं।
पदभार ग्रहण करने के बाद, श्रीमती चौहान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वर्तमान में वे महिला आयोग की कार्यप्रणाली को समझने में व्यस्त हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि आयोग महिलाओं के सभी मुद्दों पर सक्रिय रूप से कार्य करेगा और महिलाओं की समस्याओं के समाधान के साथ उनके उत्थान में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। “महिला उत्पीड़न या अन्य किसी भी मुद्दे पर, उत्तर प्रदेश की महिलाएं हमेशा महिला आयोग को अपने साथ पाएंगी,” उन्होंने कहा।
इस बीच, अपर्णा यादव को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। पिछले दिनों यह खबरें आईं कि अपर्णा यादव महिला आयोग में उपाध्यक्ष बनने से खुश नहीं हैं और वे अध्यक्ष पद की उम्मीद लगाए हुए थीं। इन चर्चाओं ने और बल पकड़ा जब अपर्णा यादव गुरुवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव और उनकी पत्नी से मिलने पहुंचीं। इससे यह कयासबाजी होने लगी कि वे संभवतः समाजवादी पार्टी में लौट सकती हैं। हालांकि, भाजपा के सूत्रों और बेबीरानी मौर्य के करीबी लोगों ने इन अटकलों को खारिज किया है और कहा है कि अपर्णा यादव आयोग में जल्द ही अपना दायित्व संभालेंगी।
महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती बबिता चौहान ने लखनऊ पहुंचने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की और आभार व्यक्त किया। वे आगामी दिनों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिलने की योजना बना रही हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग में लंबे समय से पद रिक्त थे। हाल ही में सरकार द्वारा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्तियों की अधिसूचना जारी होने के बाद आयोग के दफ्तर का कायाकल्प किया गया। सबसे पहले अध्यक्ष के कार्यालय को सजाया गया और तत्पश्चात श्रीमती चौहान ने आयोग के दफ्तर में अपना पदभार संभाला।