हवाला कर क्रिप्टो करेंसी से चीन पहुंचा रुपया
हवाला क्रिप्टो करेंसी से चीन पहुंचा पैसा, ईडी दर्ज करेगी केस
लखनऊ । फर्जी चाइनीज ऐप के जरिए छोटे-छोटे लोन, शेयर ट्रेडिंग और गेमिंग ऐप में मोटे मुनाफे का लालच देकर 1200 करोड़ से अधिक की ठगी की गई। ठगी की रकम का एक बड़ा हिस्सा हवाला और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए चीन भेज दिया गया। इसके लिए यूपी, एनसीआर, दिल्ली और अन्य शहरों में 100 से ज्यादा शेल कंपनियां बनाई गईं। यूपी एसटीएफ की जांच में यह बड़ी जानकारी सामने आई है। मामले से जुड़े सभी दस्तावेज और एसटीएफ की ओर से कोर्ट में दाखिल चार्जशीट लेने के बाद ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज करने की तैयारी में है।
एसटीएफ की ओर से कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट के मुताबिक जालसाजों ने ठगी की रकम चाइना रूट करने के लिए करीब शेल 100 कंपनियां बनाई थीं। इनमें से पांच से ज्यादा कंपनी विदेशी और बाकी भारतीय थीं। इनमें से अधिकतर कंपनियां मोबाइल फोन से जुड़ी चीजें जैसे चार्जर, मोबाइल कवर बनाने से जुड़ी थीं। इनका बिजनेस चाइना की मोबाइल कंपनियों से जुड़ा था। अंडर इनवाइसिंग के जरिए चाइना की बड़ी मोबाइल कंपनियों में रकम ट्रांसफर की जा रही थी।
ईडी वीवो व अन्य मोबाइल कंपनियों की मनी लॉन्ड्रिंग मामले की रही जांच
ईडी पहले ही वीवो समेत कुछ मोबाइल कंपनियों की मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी जांच कर रही है। दोनों ही जांच की कड़ियां आपस में जुड़ने की संभावना जताई जा रही है। चाइनीज ऐप के जरिए लोगों को चूना लगाकर रकम चीन भेजने के खेल का खुलासा जून, 2022 में नेपाल बॉर्डर के पास सीतामढ़ी में दो चीनी नागरिकों के पकड़े जाने के बाद हुआ था।
लू लैंग और यू हेलेंग नाम के दोनों चीनी नागरिक गैरकानूनी तरीके से भारत में प्रवेश कर रहे थे। इनसे हुई पूछताछ में खुलासा हुआ कि नोएडा में सु फाई और उसकी करीबी पेटेख रेनुओ भारतीय लोगों के साथ लोन, ट्रेडिंग और गेमिंग ऐप के जरिए ऑनलाइन ठगी का गैंग चला रहे हैं।
शुरुआत में नोएडा पुलिस ने मामले की जांच की। बाद में जांच एसटीएफ को दे दी गई थी। इस मामले में अब तक 13 चीनी नागरिकों, आठ भारतीयों और एक तिब्बती की गिरफ्तारी हो चुकी है। 17 फरवरी को गौरीफंटा में नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी ने गैरकानूनी तरीके से नेपाल जा रहे एक और चीनी को गिरफ्तार किया है। उसकी शिनाख्त वैंग गोउजून के रूप में हुई है। उसके पास न तो वैलिड पॉसपोर्ट था और न ही वीजा। उससे आईबी, रॉ समेत अन्य एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं।