मुख्यमंत्री जी जिले में भ्रष्टाचार, अनैतिक कार्य करने वाले बाबूओं को संरक्षण दे रहे हैं मुख्य अभियंता वितरण अयोध्या क्षेत्र और अधीक्षण अभियंता

लखनऊ ब्यूरो
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दो माह से लगातार शिकायतों के बाद भी अजीम अहमद नामक बाबू को अधिकारियों से मिल रहा है संरक्षण

अंबेडकर नगर | जिले में माननीय मुख्यमंत्री के सोमवार के कार्यक्रम से अजीम अहमद नामक बाबू पर कार्यवाही की उम्मीद जगी हैं | अभी तक लगातार लिखित रूप से शिकायत के बावजूद अजीम अहमद अपने पद पर कार्यरत है | जिले के विद्युत विभाग के मुख्य अधिकारी अधीक्षण अभियंता से लेकर मंडल के शीर्ष अधिकारी मुख्य अभियंता वितरण अयोध्या क्षेत्र के संज्ञान में मामला होने के बावजूद अभी तक अजीम अहमद का ट्रांसफर नहीं हो सका है | इससे विद्युत विभाग के सक्षम अधिकारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगता है और उन पर अजीम अहमद को संरक्षण देने का आरोप भी लगता है |

अप्रैल माह में दर्ज कराई गई थी पहली शिकायत

अजीम अहमद और अशोक शर्मा के भ्रष्टाचार के बारे में पहली शिकायत अप्रैल माह में सोशल एक्टिविस्ट अविनाश अग्रवाल द्वारा दर्ज कराई गई थी | यह शिकायत लखनऊ से लेकर मंडल के अधिकारियों समेत जिले के प्रमुख अधिकारियों तक डाक द्वारा भेजी गई थी |लेकिन अजीम अहमद के पहुंच के आगे विभाग के अधिकारी नतमस्तक हो गए और अजीम खुलेआम टेंडर से लेकर अन्य कामों में लूटमार करता रहा |

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अभी भी अंबेडकर नगर जिले में अजीम को रखने का हो रहा है पूरा प्रयास

अप्रैल माह में लिखित शिकायत और मीडिया में लगातार प्रकाशित हो रही खबरों के बावजूद भी मुख्य अभियंता वितरण अयोध्या क्षेत्र अजीम की जिले में पोस्टिंग बचाए रखने का भरसक प्रयास कर रहे हैं, हालांकि अजीम ने अंबेडकर नगर जिले में 5 वर्ष की अधिकतम समय सीमा को पार कर लिया है | लेकिन उच्च अधिकारियों के व्यक्तिगत हित अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े होने के कारण मंडल स्तर से अजीम पर कार्रवाई की उम्मीद ना के बराबर है |

मुख्य अभियंता वितरण अयोध्या क्षेत्र मध्यांचल के उच्च अधिकारियों को कर रहे हैं भ्रमित

मुख्य अभियंता वितरण अयोध्या क्षेत्र द्वारा खबर प्रशासन के पहले ही दिन इस मामले में संलिप्त एक और बाबू अशोक शर्मा का त्वरित ट्रांसफर कर दिया गया | लेकिन मुख्य किरदार अजीम अहमद को सिर्फ उनका पटल बदलकर कार्यवाही का दिखावा किया गया | जिले के शीर्ष अधिकारी अधीक्षण अभियंता की मिलीभगत से अजीम अहमद के लिए एक और मालदार पटल खाली करा दी गई | अधीक्षण अभियंता को उम्मीद थी कि मामला शांत होने के बाद अजीम अहमद को राम रतन बाबू की पटल दे दी जाएगी | लेकिन यह खबर लीक होने के बाद ऐसा संभव नहीं हो सका | मुख्य अभियंता वितरण अयोध्या क्षेत्र और अधीक्षण अभियंता का प्रयास यह था कि अशोक शर्मा का ट्रांसफर जिले से बाहर कर उच्च अधिकारियों को यह दिखा दिया जाएगा की संबंधित प्रकरण पर कुछ कार्यवाही हुई है और मुख्य किरदार को बचा लिया जाएगा |

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एमडी मध्यांचल और एमडी यूपीपीसीएल से ही है उम्मीदें

संबंधित प्रकरण 10 तारीख को एमडी यूपीपीसीएल के यहां एक शिकायतकर्ता द्वारा भेज दिया गया था और वहां से आश्वासन भी मिला था कि आने वाले सप्ताह में इस मामले को संज्ञान में लेकर कार्यवाही की जाएगी |शिकायतकर्ताओं को अब सिर्फ उम्मीदें यूपीपीसीएल और मध्यांचल के शीर्ष अधिकारियों से हैं, क्योंकि शिकायतकर्ता यह मानते हैं कि जिले और मंडल के अधिकारी खुद इस भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं, तभी भ्रष्टाचार के आरोपी एक कर्मी को बचाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं |

मुख्यमंत्री के दौरे से तबादले की जगी हैं उम्मीदें

भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाले मुख्यमंत्री का दौरा अंबेडकर नगर जिले में सोमवार को होना है, ऐसे में संविदा कर्मी जो साजिश के तहत रिश्वत न दे पाने के कारण सेवा से बाहर किए गए, उनको उम्मीदें हैं कि भ्रष्टाचार के मुख्य किरदार अजीम अहमद पर मुख्यमंत्री कार्रवाई अवश्य करेंगे | सूत्रों की माने तो संविदा कर्मियों की छटनी में ही करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है |

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