आगरा: हिरासत में मौत का मामला, सीआईडी जांच में 17 पुलिसकर्मी दोषी, मचा हड़कंप

Laxman Sharma
2 Min Read

आगरा: थाना सिकंदरा क्षेत्र में 22 नवंबर 2018 को हुई राजू गुप्ता की हिरासत में मौत के मामले में सीआईडी (अपराध जांच विभाग) की जांच पूरी हो गई है। सीआईडी ने इस मामले में एक इंस्पेक्टर, दो दरोगा और चार हेड कांस्टेबल सहित कुल 17 पुलिसकर्मियों को दोषी पाया है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद पुलिस विभाग में खलबली मच गई है।

चोरी के शक में हुई थी बर्बरता

गैलানা मार्ग स्थित नरेंद्र एन्क्लेव निवासी राजू गुप्ता पर कॉलोनी के ही अशुंल प्रताप के घर हुई चोरी का शक था। आरोप है कि इसी शक के आधार पर सिकंदरा पुलिस ने राजू गुप्ता को हिरासत में लिया और उसके साथ बर्बरता की थी, जिसके परिणामस्वरूप उसकी मौत हो गई थी।

See also  एटा: जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में लोगों को भारी परेशानी, महीनों से काट रहे ब्लॉक और तहसील के चक्कर

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोली पुलिस की पोल

इस मामले में पुलिस ने अपनी कहानी गढ़ने की कोशिश की थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुलिस के दावों को पूरी तरह से झुठला दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में राजू गुप्ता के शव पर गंभीर चोटों के स्पष्ट निशान पाए गए थे, जिससे यह साबित हो गया कि हिरासत के दौरान उसके साथ मारपीट की गई थी।

शासन को भेजी गई स्वीकृति के लिए रिपोर्ट

सीआईडी ने अपनी विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार कर ली है और अब इसे स्वीकृति के लिए शासन को भेज दिया गया है। इस रिपोर्ट में दोषी पाए गए 17 पुलिसकर्मियों के नामों का उल्लेख है और उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है।

See also  50 हजार का इनामी अपराधी क्राइम ब्रांच पुलिस की गिरफ्त में

सिकंदरा थाने में खलबली

छह साल पुराने इस मामले में सीआईडी द्वारा 17 पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराए जाने की खबर से सिकंदरा थाने में हड़कंप मच गया है। दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों पर अब निलंबन और कानूनी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। इस घटना ने एक बार फिर पुलिस हिरासत में होने वाली मौतों और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

See also  एटा: जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में लोगों को भारी परेशानी, महीनों से काट रहे ब्लॉक और तहसील के चक्कर
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement