कराची: पाकिस्तान में 25 जुलाई को हुए आम चुनाव के बाद नई सरकार के गठन को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलने के कारण, दलों के बीच सरकार बनाने को लेकर खींचतान जारी है।
प्रमुख दलों की रणनीति
पीएमएल-एन:
नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन ने सरकार बनाने के लिए पीएमएल-क्यू और एमक्यूएम-पी जैसे दलों का समर्थन हासिल करने की कोशिशें तेज कर दी हैं।
पीटीआई:
जेल में बंद इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने दावा किया है कि नेशनल असेंबली में उन्हें 170 सीटें मिली हैं और राष्ट्रपति उन्हें सरकार बनाने का न्यौता देंगे।
पीपीपी:
बिलावल भुट्टो नेतृत्व वाली पीपीपी ने अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।
इस दौरान जरदारी और शहबाज शरीफ के एक साथ बैठक करने की बात भी कही जा रही है। पीएमएलएन की नेता मरियम औरंगजेब ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, शहबाज़ शरीफ़ और आसिफ़ ज़रदारी के बीच एक अहम बैठक हुई है। हालांकि इस बैठक में कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ लेकिन आगे बात करने पर सहमति बनी। आसिफ़ ज़रदारी निश्चित रूप से अपनी पार्टी से परामर्श करेंगे। इधर पीक्यूएम-पी ने शरीफ को समर्थन देने का संकेत दिया है। यही वजह है कि चुनाव के बाद की रणनीति पर चर्चा करने के लिए पीएमएल-एन के निमंत्रण पर एमक्यूएम-पी प्रतिनिधिमंडल लाहौर पहुंचा है। पीएमएल-एन और पीएमएल-क्यू नेताओं के बीच मुलाकात हुई। एमक्यूएम-पी प्रतिनिधिमंडल लाहौर पहुंचा और पीएमएल-एन नेतृत्व से मुलाकात की। नवाज शरीफ ने राष्ट्रीय एकता सरकार के गठन का संकेत दिया। पीपीपी ने अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।
चुनावी परिणाम:
पीएमएल-एन: 73 सीटें
पीटीआई: 70 सीटें
पीपीपी: 54 सीटें
अन्य दल: 108 सीटें
पाकिस्तान में सरकार गठन को लेकर अभी भी काफी उलझन बनी हुई है। दलों के बीच खींचतान जारी है और अगले कुछ दिनों में स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है। यह भी ध्यान देने योग्य है कि इस बार चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है, जो पाकिस्तानी राजनीति के लिए एक नया मोड़ है।