आगरा । गोपाष्टमी के पावन अवसर पर कन्हैया गौशाला, बाईपुर सिकंदरा, आगरा में श्रद्धा, भक्ति और सेवा भाव से विशेष पूजन एवं सेवा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहाँ सैकड़ों निराश्रित, बेसहारा एवं दृष्टिबाधित गौवंश की प्रतिदिन सेवा चोकर, हरा चारा, भूसा एवं स्वच्छ गंगाजल के साथ की जाती है। साथ ही सर्दी के मौसम में गौवंश को ठंड से बचाने हेतु विशेष प्रबंध भी किए गए हैं।
गोपाष्टमी का हिंदू धर्म में अत्यंत आध्यात्मिक महत्व है। शास्त्रों में कहा गया है — “गावो विश्वस्य मातरः”, अर्थात् गौ माता सम्पूर्ण सृष्टि की जननी हैं। जहाँ गौसेवा होती है, वहाँ स्वयं भगवान श्रीकृष्ण का वास होता है। गौसेवा से मनुष्य को धन, ऐश्वर्य, संतोष और मोक्ष — चारों पुरुषार्थों की प्राप्ति होती है।
इसी भावना के अनुरूप आज गौशाला परिसर में गोमाताओं का पूजन किया गया। उन्हें रोली-चंदन का तिलक लगाया गया, पुष्पमालाएं अर्पित की गईं तथा गुड़, केला और हरा चारा खिलाकर विधिवत आरती सम्पन्न की गई।
इस अवसर पर कन्हैया गौशाला के संचालक एवं नगर निगम आगरा (सी.एल.सी.) के डिप्टी सेक्रेटरी श्री राकेश शुक्ला, पशुपालन विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ॰ डी.पी. सिंह, मंडल प्रयोगशाला के सुपरिंटेंडेंट डॉ॰ परितोष श्रीवास्तव, गौशाला के चिकित्साधिकारी डॉ॰ राकेश कुमार, डी.के. पाण्डेय, ग्राम सचिव सौरभ गौतम, ग्राम प्रधान मनीष यादव, श्रीप्रकाश शुक्ला मेमोरियल ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष अवनीश शुक्ला, गौशाला प्रबंधक हिमांशु सिंह सहित अनेक गोसेवक एवं केयरटेकर उपस्थित रहे।
सभी अतिथियों ने एक स्वर में कहा कि कन्हैया गौशाला में निराश्रित गोवंश के संरक्षण एवं सेवा हेतु किए जा रहे कार्य सराहनीय हैं। गोपाष्टमी के दिन यह पूजन सच्चे अर्थों में गौ, गोकुल और गोविंद की भावना को जीवंत करता है।
