आगरा:गुरुवार को आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर, भारतीय जनता पार्टी आगरा महानगर एवं जिला द्वारा कृष्णराव सभागार, आर.बी.एस. कॉलेज, आगरा में एक संगोष्ठी और लोकतंत्र रक्षक सेनानियों का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे सिंधिया रहीं. उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी ने “सत्ता की कुर्सी बचाने के लिए संविधान का गला घोटा था” और उसे इस कृत्य के लिए देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए.
वृक्षारोपण और प्रदर्शनी का उद्घाटन
कार्यक्रम स्थल पर सबसे पहले बाहर पार्क में वृक्षारोपण किया गया, जिसमें वसुंधरा राजे सिंधिया के साथ क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय शाक्य, भाजपा आगरा महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, और जिला अध्यक्ष प्रशांत पोनिया भी मौजूद रहे.
इसके बाद, आपातकाल की त्रासदी पर आधारित एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया. इस प्रदर्शनी में समाचार पत्रों के कवर पेज और चित्रों के माध्यम से लोकतंत्र रक्षक सेनानियों के संघर्ष और तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी द्वारा किए गए अत्याचारों को प्रदर्शित किया गया था.
संगोष्ठी में कांग्रेस पर हमला
प्रदर्शनी के बाद संगोष्ठी का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया. भाजपा आगरा महानगर एवं जिला अध्यक्ष ने अतिथियों का स्वागत किया.
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा, “आपातकाल में कांग्रेस के अन्याय और अत्याचार को देश कभी नहीं भूल सकता. आपातकाल का दमन और यातनाएं आज भी सभी के मस्तिष्क में घूम रही हैं.” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस दिन को ‘संविधान हत्या दिवस’ घोषित करने का कारण यही है कि आने वाली पीढ़ियों को कांग्रेस की करतूतें याद रहें. उन्होंने आरोप लगाया कि आज भी कांग्रेस में वही तानाशाही और मानसिकता है जो 50 वर्ष पहले थी, और कांग्रेस आज भी यही मानती है कि देश में सत्ता केवल एक ही परिवार के लोगों को मिलनी चाहिए.
क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय शाक्य ने कहा कि आपातकाल में जिसने भी कांग्रेस की तानाशाही के खिलाफ आवाज़ उठाई, उसे जेल में डाल दिया गया. उन्होंने इसे कांग्रेस द्वारा किया गया वो “पाप” बताया जिसकी माफी देश कभी नहीं देगा.
भाजपा आगरा महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने कहा, “देश का नाम खराब करना कांग्रेस की नई डिजिटल इमरजेंसी है. आपातकाल कांग्रेस के अत्याचार का सूचक है.” उन्होंने कांग्रेस की तानाशाही विचारधारा से पार पाने के लिए “कांग्रेस मुक्त भारत” बनाने को सही समय बताया.
लोकतंत्र रक्षक सेनानियों का सम्मान
कार्यक्रम में आगरा के सभी लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को आमंत्रित किया गया था. मुख्य अतिथि वसुंधरा राजे सिंधिया ने सभी को मंच पर एक-एक करके दुपट्टा, माला और मोमेंटो देकर सम्मानित किया. सम्मानित होने वालों में प्रमुख रूप से लोकतंत्र रक्षक सेनानी विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, राजवीर सिंह, अश्वनी ग्रोवर, बनवारी लाल वर्मा, अशोक भाटिया, धनराज करमचंदानी, महेश चंद, नारायण सिंह, नरेंद्र जग्गा, जगदीश प्रसाद, अशोक कोटिया, डॉ. कृष्ण गोपाल कपूर, संजय गोयल, जगदीश प्रसाद, योगेंद्र कुमार शर्मा, गणेश चंद, डॉ. पंकज भाटिया, राजेश कुमार महाजन, भुवनेश दत्त अरोरा आदि शामिल थे.
लोकतंत्र रक्षक सेनानी विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने उस दौर के अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया, “उस समय हम में से बहुत सारे लोकतंत्र रक्षक सेनानी किशोर अवस्था में थे, पर हम पर भी कोई रियायत नहीं थी. खाने के नाम पर सूखी रोटी दी जाती थी और पीने को पानी तक नहीं मिलता था. जेल में बिना ध्वज की शाखा लगती थी.” उन्होंने बताया कि आगरा से सत्यप्रकाश विकल, भगवान शंकर रावत, रमेशकांत लवानिया, हरद्वार दुबे, अश्वनी ग्रोवर सहित 1100 लोग जेल में बंद रहे. आपातकाल का विरोध करने वालों के घर के सदस्यों को भी परेशान किया गया और सरकारी संस्थाओं ने उत्पीड़न की सारी हदें पार कर दी थीं.
कार्यक्रम में प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वसुंधरा राजे सिंधिया के अलावा, केंद्रीय राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल, विशिष्ट अतिथि प्रदेश मंत्री भाजपा अंजुला माहौर, क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय शाक्य, महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, जिला अध्यक्ष प्रशांत पोनिया, जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया, श्याम भदौरिया, एम.एल.सी. विजय शिवहरे, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, विधायक धर्मपाल सिंह, विधायक एस. धर्मेश, विधायक भगवान सिंह कुशवाह, प्रदीप भाटी, पूर्व विधायक चौधरी उदयभान सिंह, अमित वाल्मीकि, कार्यक्रम संयोजक मुनेंद्र जादौन, सत्यव्रत दुबे, हेमंत भोजवानी, मेघराज सोलंकी, रोहित कत्याल, बॉबी लाले, प्रमोद सिंह, सुनील राजपूत, प्रेम सिंह बघेल, नवल तिवारी, अवधेश रावत, शिव कुमार प्रमुख, संतोष कटारा, संजय चौहान, रामकुमार शर्मा, महेश शर्मा, राहुल सागर, मनोज राजोरा, सुधीर राठौर, अभिषेक गुप्ता, करुणा निधि गर्ग, मनमोहन कुशवाह, सुनील करमचंदानी, रश्मि सिंह धाकड़, पंकजा शर्मा, उपमा गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.