पुलिस कमिश्नर ने इस मामले की जांच के लिए स्टाफ ऑफिसर अमिता सिंह को सौंप दी है, और जांच टीम पूरी तत्परता से मामले की जांच में जुटी हुई है।
दरोगा आदित्य कुमार का पक्ष
दरोगा आदित्य कुमार ने 17 फरवरी 2024 को शादी की थी। शादी के बाद वह कुछ दिनों के लिए अपने काम पर वापस लौट आया था। जब वह जून में घर लौटकर आया, तो उसने अपनी पत्नी के मोबाइल की जांच की, जिसमें उसे कई बड़े ट्रांजेक्शंस का पता चला।
इस दौरान दरोगा को यह भी जानकारी मिली कि उसकी पत्नी की 2017 में एक अन्य दरोगा पुष्कर से भी शादी हो चुकी थी। इस शादी के बाद महिला ने दरोगा पुष्कर पर बलात्कार का आरोप लगाते हुए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन 20 दिन बाद वह अपने बयान से मुकर गई और बदले में उसने पुष्कर से मोटी रकम ऐंठी।
आदित्य कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि महिला ने दो बैंक मैनेजरों के खिलाफ भी बलात्कार के झूठे आरोप लगाए और उनसे भारी रकम वसूली।
महिला का आरोप
वहीं, महिला ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने दावा किया कि दरोगा आदित्य कुमार ने उसे मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का शिकार बनाया और लाखों रुपए की ठगी की। महिला का कहना है कि उसकी शादी पहले से हुई थी और आदित्य कुमार के साथ वह अब नहीं रहना चाहती थी। महिला का आरोप है कि आदित्य कुमार ने उसे और उसके परिवार को फर्जी मामलों में फंसा कर उन्हें परेशान किया और पैसे की मांग की।
आरोपों की गहरी छानबीन
पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई । स्टाफ ऑफिसर अमिता सिंह ने बताया कि आरोप लगाने वाली महिला पहले से शादीशुदा है, और दरोगा आदित्य कुमार ने उसके खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला के द्वारा सरकारी कर्मचारियों को फंसा कर पैसे वसूलने का मामला सामने आया है, और जांच में यह भी पाया गया है कि महिला ने अपनी शादी के बाद कई बार अपने जाल में सरकारी कर्मचारियों को फंसा कर करोड़ों रुपये की ठगी की है। अमिता सिंह ने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है, और जांच प्रक्रिया जारी है।
मामले की गंभीरता
इस मामले ने कानपुर पुलिस महकमे को हिला कर रख दिया है, क्योंकि इसमें आरोप-प्रत्यारोप का एक जाल फंसा हुआ है। दरोगा आदित्य कुमार और उनकी पत्नी के बीच का यह विवाद एक गंभीर और संगीन मामला बन चुका है, जो न केवल कानपुर बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। जांच में यह स्पष्ट होगा कि आखिरकार दोनों में से कौन सही है और मामले की असल सच्चाई क्या है।
इस मामले ने कानपुर पुलिस के लिए एक नई चुनौती पेश की है, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस जटिल केस का समाधान कैसे निकलता है।