अंबेडकरनगर | मिशन शक्ति अभियान के तहत जिले में छात्र-छात्राओं को साइबर क्राइम, महिला सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को लेकर लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन क्षेत्राधिकारी नगर (सीओ सिटी) नितेश कुमार तिवारी के नेतृत्व में जिले के एकमात्र साइबर क्राइम थाना परिसर में किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को डिजिटल युग में सुरक्षित जीवनशैली अपनाने, महिला सशक्तिकरण, तथा सरकारी सुरक्षा योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें सजग नागरिक बनाना था।
सीओ सिटी नितेश कुमार: “जागरूकता ही सुरक्षा की पहली सीढ़ी”
मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित सीओ सिटी नितेश कुमार तिवारी ने कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए छात्र-छात्राओं को साइबर अपराध के तेजी से बढ़ते दायरे और उससे निपटने के उपायों के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बताया कि आज के समय में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर छोटी सी चूक भी बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है।
“आज का युवा वर्ग स्मार्टफोन और सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ है, लेकिन इसके खतरों से अनभिज्ञ है। ऐसे में हमारा उद्देश्य है कि उन्हें समय रहते सही जानकारी देकर सुरक्षित नागरिक बनाया जाए।” — सीओ सिटी नितेश कुमार तिवारी
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस विभाग केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग को शिक्षित और जागरूक करना भी उसकी जिम्मेदारी है।
महिला थानाध्यक्ष ज्योति वर्मा का सशक्त संदेश: “चुप्पी नहीं, साहस दिखाएं”
कार्यक्रम में महिला थानाध्यक्ष ज्योति वर्मा ने छात्राओं को महिला सुरक्षा और आत्मविश्वास के साथ जीने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने वास्तविक घटनाओं के उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे छेड़खानी, अश्लील संदेश, और ऑनलाइन उत्पीड़न जैसी घटनाओं से निपटने के लिए लड़कियों को मानसिक और कानूनी रूप से तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने विशेष रूप से तीन महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी:
1090 – महिला हेल्पलाइन (विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा के लिए)
112 – आपातकालीन सहायता सेवा
1098 – बच्चों के लिए बाल सहायता सेवा
“हर लड़की को यह जानना चाहिए कि वह अकेली नहीं है। राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन उसके साथ है। बस, उसे चुप नहीं रहना है।” — ज्योति वर्मा, महिला थानाध्यक्ष
साइबर सेल प्रभारी की चेतावनी: “डिजिटल दोस्ती से पहले सोचें”
इस अवसर पर साइबर सेल थाना प्रभारी ने छात्रों को साइबर अपराध के नए तरीकों और उनसे बचने के उपायों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार फर्जी लिंक, अज्ञात कॉल्स, नकली सोशल मीडिया प्रोफाइल, और ईमेल फ्रॉड के माध्यम से अपराधी युवाओं को जाल में फंसा रहे हैं।
उन्होंने निम्नलिखित सावधानियों को विशेष रूप से समझाया:
किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें
मोबाइल/बैंकिंग OTP या पासवर्ड किसी से साझा न करें
सोशल मीडिया पर निजी जानकारी पोस्ट करने से बचें
ऑनलाइन गेमिंग में चैटिंग के दौरान सतर्क रहें
उन्होंने सभी से आग्रह किया कि किसी भी संदेहास्पद घटना पर तुरंत www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें या 1090 हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
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सीओ सिटी ने सिखाए आत्मरक्षा के व्यावहारिक उपाय
कार्यक्रम के अंत में क्षेत्राधिकारी नगर नितेश कुमार तिवारी ने विशेष रूप से बालिकाओं को आत्मरक्षा के सरल लेकिन प्रभावी उपाय बताए। उन्होंने कहा कि किसी भी संकट की घड़ी में सबसे पहले डर को हटाना और साहस दिखाना जरूरी है।
उपायों में शामिल थे:
तेज आवाज में विरोध कर ध्यान आकर्षित करना
भीड़भाड़ वाली जगह पर सतर्क रहना
आत्मविश्वास के साथ बात करना
घरवालों और शिक्षकों से समस्याएं साझा करना
उन्होंने कहा कि “किसी भी प्रकार की असुविधा, डर या उत्पीड़न की स्थिति में छात्राएं चुप न रहें, बल्कि उसका विरोध करें और सहायता प्राप्त करें। समाज और प्रशासन दोनों उनकी सहायता के लिए तत्पर हैं।”
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अभिभावकों और शिक्षकों से भी संवाद की अपील
सीओ सिटी ने इस अवसर पर अभिभावकों और शिक्षकों से भी अनुरोध किया कि वे बच्चों के व्यवहार और ऑनलाइन गतिविधियों पर ध्यान दें। बच्चों को यह भरोसा दिलाएं कि वे किसी भी परेशानी में परिवार और शिक्षकों से खुलकर बात कर सकते हैं।
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कार्यक्रम का उद्देश्य: सुरक्षित और सशक्त समाज का निर्माण
यह कार्यशाला सिर्फ एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि एक समाज को सुरक्षित और सशक्त बनाने की दिशा में सार्थक पहल थी। यह स्पष्ट संदेश देता है कि पुलिस अब सिर्फ कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं, बल्कि वह समाज में सुरक्षा, शिक्षा और आत्मविश्वास का वातावरण तैयार करने की दिशा में सक्रिय भूमिका निभा रही है।