आगरा: ताजगंज थाना क्षेत्र में शिल्पग्राम रोड स्थित एक रेस्टोरेंट के पास हुए युवक के सनसनीखेज हत्याकांड के बाद मुस्लिम समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त है। इस घटना में एक अन्य युवक भी गोली लगने से घायल हुआ है। पुलिस द्वारा अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी न किए जाने से समुदाय में नाराजगी बढ़ती जा रही है। इस संवेदनशील माहौल के बीच, कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा शहर की शांति और सौहार्द को भंग करने के उद्देश्य से एक भड़काऊ वीडियो वायरल किया जा रहा है, जिसमें हत्या की जिम्मेदारी लेने के साथ-साथ और भी जघन्य कृत्यों को अंजाम देने की धमकी दी जा रही है।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, मुस्लिम समुदाय के नेता मो. कामिल अबुल उलाई नेपुलिस आयुक्य आगरा को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में उन्होंने ताजगंज हत्याकांड के आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और शहर की फिजां खराब करने वाले वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञापन में उठाए गए मुख्य मुद्दे
मो. कामिल अबुल उलाई ने पुलिस आयुक्य को अवगत कराया कि ताजगंज थाना क्षेत्र में शिल्पग्राम रोड स्थित एक रेस्टोरेंट के पास एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई है, जिसमें एक दूसरा युवक भी घायल हुआ है। उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि घटना के कई दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिससे मुस्लिम समाज में गहरा असंतोष है।
सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि इस दुखद घटना की आड़ में कुछ आतंकवादी मानसिकता वाले लोग आगरा शहर के सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की नापाक कोशिश कर रहे हैं। ये तत्व एक भड़काऊ वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं, जिसमें न केवल हत्या की जिम्मेदारी ली जा रही है, बल्कि खुलेआम 26 की जगह 2600 हत्याएं करने की शपथ भी ली जा रही है। इस प्रकार के भड़काऊ और धमकी भरे वीडियो शहर के शांतिप्रिय माहौल को दूषित करने का एक गंभीर प्रयास है और इससे लोगों में भय और असुरक्षा की भावना फैल रही है।
मो. कामिल अबुल उलाई ने इस बात पर गहरा दुख व्यक्त किया कि शहर की फिजां को खराब करने की साजिश रचने वाले और भड़काऊ वीडियो वायरल करने वाले इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ अभी तक कोई ठोस कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने जिलाधिकारी से पुरजोर मांग की है कि ऐसे तत्वों की तत्काल पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस प्रकार की घृणित हरकत करने का साहस न कर सके।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन द्वारा तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी और भड़काऊ वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं की जाती है, तो मुस्लिम समुदाय शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करने के लिए विवश होगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन पर होगी।