डॉ. आंबेडकर अनुयायी एकता फाउंडेशन ने फोर्ट मेट्रो स्टेशन का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रखने की मांग की है।फाउंडेशन का तर्क है कि 1666 में छत्रपति शिवाजी महाराज को मुगल सम्राट औरंगजेब ने आगरा में शाही दरबार में उनके जन्मदिन समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा था। जिसके बाद औरंगजेब ने साजिश के तहत शिवाजी महाराज को आगरा के लाल किले में कैद कर बंदी बना लिया था। फाउंडेशन का कहना है कि लाल किले के ठीक सामने शिवाजी महाराज की घोड़े पर सवार विशाल प्रतिमा लगी हुई है। ठीक उसी के सामने मेट्रो स्टेशन बनाया जा रहा है। उनको याद करते हुए शिवाजी महाराज के नाम से ही स्टेशन होना चाहिए।
आगरा में डॉ. आंबेडकर अनुयायी एकता फाउंडेशन ने फोर्ट मेट्रो स्टेशन का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रखने की मांग की है। फाउंडेशन का कहना है कि यह स्टेशन लाल किले के सामने बनाया जा रहा है, जहां 1666 में मुगल सम्राट औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज को कैद कर लिया था।
फाउंडेशन के अध्यक्ष आशीष प्रिंस ने तर्क देते हुए कहा कि 1666 में छत्रपति शिवाजी महाराज को मुगल सम्राट औरंगजेब ने आगरा में शाही दरबार में उनके जन्मदिन समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा था। जिसके बाद औरंगजेब ने साजिश के तहत शिवाजी महाराज को आगरा के लाल किले में कैद कर बंदी बना लिया था। आगरा किले के ‘दीवान-ए-आम’ में शिवाजी महाराज का जन्मदिवस भी मनाया जाता है।
संयोजक एसबी दिनकर का कहना है कि लाल किले के ठीक सामने शिवाजी महाराज की घोड़े पर सवार विशाल प्रतिमा लगी हुई है। ठीक उसी के सामने मेट्रो स्टेशन बनाया जा रहा है। उनको याद करते हुए शिवाजी महाराज के नाम से ही स्टेशन होना चाहिए।
फाउंडेशन ने इस संबंध में स्थानीय प्रशासन और उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन को ज्ञापन भी सौंपा है।