आगरा: गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान दिवस के अवसर पर पूर्वी महानगर आगरा के विद्यार्थी कार्यविभाग द्वारा शतोत्कर्ष विद्यार्थी (युवा संगम) का आयोजन रविवार को पालीवाल पार्क में हुआ। इस कार्यक्रम में पूर्वी महानगर के 13 नगर की 43 विद्यार्थी शाखाओं और दो विद्यार्थी मिलन के कुल 960 स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का आयोजन विद्यार्थियों के शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास को ध्यान में रखते हुए किया गया था, ताकि वे अपने व्यक्तित्व का सही मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें। इस आयोजन में व्यायाम योग, तिष्ठ योग और घोष की 15 रचनाओं का वादन हुआ, जिसने उपस्थित सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार ओपिंदर सिंह उर्फ लवली ने की, जिन्होंने अपने आशीर्वचन में कहा कि संघ वही कार्य कर रहा है जो कार्य सिख गुरुओं ने किया। इसके बाद कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, ब्रज प्रांत के प्रचारक धर्मेन्द्र जी ने अपने वक्तव्य में कहा, “धर्मो रक्षति रक्षितः”, अर्थात्, “यदि आप धर्म की रक्षा करेंगे, तो धर्म भी आपकी रक्षा करेगा।” उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने शारीरिक और मानसिक विकास के लिए शाखा के माध्यम से नियमित रूप से सेवा करें, ताकि उनका जीवन श्रेष्ठ और समाज के लिए उपयोगी बने।
धर्मेन्द्र जी ने यह भी कहा कि “समाज और राष्ट्र का भला केवल तब संभव है जब हम सभी संगठित रहें।” उनका यह संदेश उपस्थित सभी स्वयंसेवकों के लिए प्रेरणास्त्रोत साबित हुआ। उन्होंने कहा कि आज के युवा को अपने देश के प्रति जिम्मेदारी समझनी चाहिए और संघ के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाना चाहिए।
कार्यक्रम में मंच पर विभाग संघचालक राजन, महानगर संघचालक रविंद्र, विभाग प्रचारक आनंद, और प्रांत के प्रचार प्रमुख कीर्ति ने भी अपना मार्गदर्शन दिया। साथ ही, कार्यक्रम में प्रमुख रूप से महानगर प्रचारक विमल, महानगर कार्यवाह विजय माहेश्वरी, सह महानगर कार्यवाह यादराम, महानगर विद्यार्थी प्रचारक राम, महानगर विद्यार्थी प्रमुख मनोज जी, और सह विद्यार्थी प्रमुख राजेश व अरुण का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी स्वयंसेवकों और युवाओं ने संघ के उद्देश्यों को समझा और यह संकल्प लिया कि वे समाज और राष्ट्र की सेवा में अपने कर्तव्यों को निभाएंगे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रध्वज की शान में किया गया और सभी स्वयंसेवकों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी गई।