आगरा: बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षक घर-घर जाकर ग्रामीणों को अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। लेकिन, ब्लॉक बिचपुरी के गांव बांईपुर में एक गंभीर मामला सामने आया है। यहां के उच्च प्राथमिक विद्यालय के कक्षा आठ के छात्रों को गांव के ही एक निजी स्कूल, रामचंद्र पब्लिक स्कूल के संचालक ने बिना किसी स्थानांतरण प्रमाण पत्र के अपने स्कूल में नामांकित कर लिया है।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक भीष्मपाल सिंह ने इस मामले की जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) आगरा को दी है। उन्होंने बताया कि उन्होंने स्कूल संचालक से छात्रों को वापस सरकारी स्कूल भेजने का अनुरोध किया था, लेकिन संचालक ने उनकी एक न सुनी।
यह मामला बेसिक शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है। एक ओर जहां विभाग सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के लिए प्रयासरत है, वहीं दूसरी ओर निजी स्कूल संचालक छात्रों को जबरन अपने स्कूल में ले जा रहे हैं। इस तरह के कृत्य से न केवल सरकारी शिक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि छात्रों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है।