इससे पहले अछनेरा थाने में भी थाना प्रभारी समेत पांच पुलिसकर्मी किए गए थे सस्पेंड
आगरा। गुरुवार को आगरा पुलिस महकमे में बड़ा एक्शन हुआ। पुलिस उपायुक्त नगर सोनम कुमार के आदेश पर बालूगंज पुलिस चौकी के पूरे स्टाफ को एक साथ सस्पेंड कर दिया गया। कारण चौंकाने वाला था—चौकी इंचार्ज और उनके साथियों ने लुटेरों से ‘सेटिंग’ कर उन्हें खुद बुलाया और गिरफ्तारी का ड्रामा रचा!यह सोनम कुमार की कोई पहली सख्त कार्रवाई नहीं है। इससे पहले वर्ष 2023 में, जब वे पश्चिमी जोन के डीसीपी थे, तब अछनेरा थाने में लापरवाही और कार्रवाई में देरी को लेकर थाना प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया था।
क्या था मामला?23 जुलाई की रात माल रोड चौराहे पर, पुलिस आयुक्त आवास के पास एक सेल्समैन राकेश मथुरिया से बाइक सवार बदमाश मोबाइल लूट कर फरार हो गए। मामला हाई-प्रोफाइल था, इसलिए पुलिस आयुक्त ने तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए।लेकिन बालूगंज चौकी ने इस आदेश को ‘क्रिएटिव स्टाइल’ में लिया। सूत्रों के मुताबिक, चौकी प्रभारी अमित कुमार ने दलालों के जरिए लुटेरों को बुलवाया, उन्हें मुठभेड़ न दिखाने की गारंटी दी गई और लेन-देन भी तय हुआ। बाद में पुलिस ने ‘चेकिंग में गिरफ्तारी’ का प्रेस नोट जारी कर दिया।31 जुलाई को सावन उर्फ फैज़ और केशव की गिरफ्तारी दिखाकर तीसरे लुटेरे साहिल को फरार बताया गया। मगर गोपनीय जांच में सामने आया कि यह सब पूर्व-नियोजित था।गुरुवार दोपहर एडीसीपी सिटी आदित्य कुमार ने वायरलेस पर बालूगंज चौकी के पूरे स्टाफ के निलंबन का आदेश प्रसारित किया। आदेश सुनते ही पूरे महकमे में हड़कंप मच गया।
निलंबित पुलिसकर्मियों की सूची:
1. अमित कुमार – चौकी प्रभारी 2. राहुल गिरी – सब-इंस्पेक्टर 3. विनय धामा – सब-इंस्पेक्टर 4. मंद कुमार – हेड कांस्टेबल 5. आलोक कुमार – हेड कांस्टेबल 6. विकास यादव – कांस्टेबल 7. मोहम्मद आमिर आलम – कांस्टेबल
.इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। बालूगंज चौकी पर पहले से ही दलालों से सांठगांठ, जुए के अड्डों की सेटिंग और फरियादियों से बदसलूकी की शिकायतें मिलती रही थीं।अब शहर में एक ही सवाल गूंज रहा है—“जब लुटेरे खुद पुलिस की चौकी में सेटिंग से पहुंचें और गिरफ्तारी खरीदी जाए, तो असली अपराधी बाहर हैं या वर्दी में?”