आगरा, उत्तर प्रदेश: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा द्वारा आयोजित ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत, 6 जून 2025 (शुक्रवार) को विधि छात्रों के लिए एक दिवसीय शैक्षिक भ्रमण और संवाद सत्रों का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य छात्रों को कानूनी प्रावधानों और व्यावहारिक अनुभवों से अवगत कराना था।
किशोर न्याय बोर्ड, विधिक सहायता क्लिनिक और शिशु गृह का भ्रमण
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में छात्रों ने किशोर न्याय बोर्ड, विधिक सहायता क्लिनिक, निरीक्षण गृह और शिशु गृह का दौरा किया। इस दौरान उन्हें इन संस्थाओं की कार्यप्रणाली, संबंधित कानूनी प्रावधानों और जमीनी स्तर के अनुभवों के बारे में विस्तार से बताया गया। छात्रों को स्थायी लोक अदालत अध्यक्षा शोभा पोरवाल की कार्यप्रणाली से भी अवगत कराया गया, जिसका संचालन आगरा की स्थायी लोक अदालत द्वारा नामित विशेषज्ञों ने किया।
भरण-पोषण कानून पर विशेष संवाद सत्र
कार्यक्रम के दौरान, पैनल अधिवक्ता श्री आशीष कुमार ने भरण-पोषण कानून पर एक विशेष संवाद सत्र आयोजित किया। इस सत्र में उन्होंने कानून के व्यावहारिक पहलुओं की जानकारी बेहद सरल भाषा में दी, जिससे छात्रों को विषय को समझने में आसानी हुई।
डॉ. दिव्यानंद द्विवेदी का मार्गदर्शन और प्रेरणा
इस पूरे कार्यक्रम का निर्देशन डॉ. दिव्यानंद द्विवेदी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा द्वारा किया गया। उनकी प्रेरणा और मार्गदर्शन से ही यह इंटर्नशिप कार्यक्रम लगातार प्रगति कर रहा है और विधि छात्रों के लिए महत्वपूर्ण अवसर प्रदान कर रहा है।
विधि शिक्षा में नैतिक और सामाजिक विकास पर जोर
कार्यक्रम में श्री बांके बिहारी एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन शर्मा की विशिष्ट सहभागिता रही। उन्होंने विधि शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों के नैतिक, व्यावसायिक और सामाजिक विकास के लिए ऐसे आयोजनों के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. शर्मा ने छात्रों को समाज सेवा की भावना और विधिक जागरूकता के प्रति प्रेरित किया, जो उन्हें भविष्य में एक जिम्मेदार कानूनी पेशेवर बनने में मदद करेगा।