उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग जोन और स्टार्टअप हब के लिए बड़ा कदम, प्रदेश को बनेगा वैश्विक हब

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योगी आदित्यनाथ (फ़ाइल फ़ोटो)

लखनऊ, उत्तर प्रदेश में अब औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने और प्रदेश को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने प्रदेश के प्रमुख शहरों में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग जोन स्थापित करने की योजना बनाई है। इसके साथ ही, लखनऊ को आधुनिक स्टार्टअप हब के रूप में विकसित किया जाएगा, जो प्रदेश में स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रमुख केंद्र बनेगा। यह कदम उत्तर प्रदेश को इलेक्ट्रॉनिक्स और स्टार्टअप हब के रूप में स्थापित करने के लिए एक अहम पहल साबित होगा।

इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग जोन का विस्तार

मंगलवार को प्रदेश के आइटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री सुनील कुमार शर्मा ने उप्र इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) के कार्यों की समीक्षा करते हुए इस विस्तार की योजना का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के बड़े शहरों जैसे गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ और कानपुर में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग जोन स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, इस प्रयास को राज्य के टीयर-2 और टीयर-3 शहरों तक विस्तारित किया जाएगा ताकि राज्य के सभी हिस्सों में औद्योगिक विकास हो सके।

लखनऊ को स्टार्टअप हब के रूप में विकसित करना

लखनऊ को आधुनिक स्टार्टअप हब के रूप में विकसित करने की दिशा में भी सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मंत्री ने कहा कि स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार करने की योजना बना रही है, जिससे इस क्षेत्र में अधिक पारदर्शिता और समग्रता लाई जा सके। इस पोर्टल के माध्यम से युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने के लिए आवश्यक संसाधन और मार्गदर्शन मिल सकेगा।

लखनऊ के अलावा, यह पहल अन्य शहरों तक भी पहुंचाने का लक्ष्य है ताकि राज्यभर में युवाओं को नवाचार और रोजगार के अवसर मिल सकें। इससे प्रदेश में स्टार्टअप संस्कृति को और बढ़ावा मिलेगा, जिससे युवा अपने नवाचारों को व्यावसायिक रूप से सफल बना सकेंगे।

औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा

इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग जोन के विकास से औद्योगिक निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा। इन मैन्युफैक्चरिंग जोन के स्थापित होने से प्रदेश में न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि राज्य में वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। इसके साथ ही, नवाचार और नौकरी के अवसरों के लिहाज से यह कदम प्रदेश को एक उच्च मानक पर स्थापित करने में मदद करेगा।

आइटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री की बैठक

यह निर्णय बापू भवन में आयोजित बैठक के दौरान लिया गया, जिसमें आइटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री सुनील कुमार शर्मा के अलावा विभाग के प्रमुख सचिव राहुल सिंह, नेहा जैन और यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक रवि रंजन भी उपस्थित थे। बैठक में मंत्री ने युवाओं को नवाचार करने के लिए प्रेरित किया और इस क्षेत्र में रोजगार पैदा करने के लिए योजनाओं पर बल दिया।

प्रदेश को वैश्विक स्टार्टअप और इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनाने की दिशा में एक अहम कदम

यह पहल प्रदेश को विश्वस्तरीय स्टार्टअप और इलेक्ट्रॉनिक्स हब के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। इस कार्यक्रम से उत्तर प्रदेश न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर भी आधुनिक स्टार्टअप और इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रमुख केंद्र के रूप में उभरने में सक्षम होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान

इसी बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद में विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए राज्य के विकास कार्यों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के महाकुंभ जैसे आयोजन और स्टार्टअप पहल प्रदेश की नई पहचान बना रहे हैं और इससे उत्तर प्रदेश की आर्थ‍िक स्थिति मजबूत हो रही है।

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