OYO में अविवाहित कपल की एंट्री बैन, यूपी के इस शहर में लागू होगा नया नियम

Manisha singh
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OYO में अविवाहित कपल की एंट्री बैन, यूपी के इस शहर में लागू होगा नया नियम

हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री की प्रमुख कंपनी ओयो ने अपने चेक-इन नियमों में एक बड़ा बदलाव किया है। अब ओयो के पार्टनर होटलों में अविवाहित कपल्स को चेक-इन करने की अनुमति नहीं होगी। इस नए नियम के अनुसार, अब अविवाहित जोड़े होटल में रूम बुक नहीं कर सकेंगे। यह नियम उत्तर प्रदेश के मेरठ में लागू किया जाएगा, और यदि इस नियम पर अच्छा फीडबैक मिलता है तो कंपनी इसे अन्य शहरों में भी लागू करने पर विचार करेगी।

ओयो का नया चेक-इन नियम

ओयो ने अपने पार्टनर होटलों को निर्देशित किया है कि वे चेक-इन के समय सभी कपल्स से उनके संबंधों के वैलिड प्रमाण मांगे। इसका मतलब है कि जो कपल अविवाहित हैं, उन्हें रूम बुक करने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके अलावा, ओयो की ओर से यह भी कहा गया है कि होटलों को इस नए नियम को लागू करने का अधिकार होगा, ताकि वे अपने होटल की सोशल स्थिति और ज़रूरतों के हिसाब से फैसला ले सकें। इस नए बदलाव से ऑनलाइन बुकिंग करने वालों को भी प्रभावित किया जाएगा।

क्यों किया गया यह बदलाव?

ओयो ने यह कदम मेरठ के लोगों की मांग के बाद उठाया। दरअसल, मेरठ के नागरिकों ने कई बार ओयो से अविवाहित कपल्स को होटल रूम न देने की अपील की थी। इसके अलावा, देशभर से ऐसी कई याचिकाएं भी दायर की गई थीं, जिनमें होटल बुकिंग के दौरान अविवाहित कपल्स को बैन करने की मांग की गई थी। इसके परिणामस्वरूप ओयो ने इस नीति में बदलाव किया है।

ओयो की नई इमेज बनाने की कोशिश

ओयो ने कहा है कि यह नया कदम कंपनी की इमेज को बदलने की कोशिश का हिस्सा है। ओयो अब खुद को परिवारों, छात्रों, बिजनेस, धार्मिक यात्रियों और अकेले यात्रा करने वालों के लिए सुरक्षित और भरोसेमंद ब्रांड के रूप में पेश करना चाहती है। कंपनी का उद्देश्य न केवल अपनी बुकिंग की संख्या बढ़ाना है, बल्कि लंबी अवधि तक ठहरने वाले मेहमानों और बार-बार बुकिंग करने वाले ग्राहकों को भी आकर्षित करना है।

ओयो पर इस फैसले का प्रभाव

ओयो होटल बुकिंग के लिए सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म्स में से एक है, और हाल ही में एक रिपोर्ट में यह सामने आया है कि ओयो के जरिए अविवाहित कपल्स सबसे ज्यादा रूम बुक करते हैं। तेलंगाना जैसे राज्यों के युवाओं ने ओयो की सर्विस को सबसे अधिक चुना है। इसके बाद मेट्रो सिटीज जैसे दिल्ली, मुंबई, और बेंगलुरु का नाम भी शामिल है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ओयो के इस फैसले का उसके बिजनेस पर क्या असर पड़ता है, क्योंकि अविवाहित कपल्स की बुकिंग में गिरावट हो सकती है।

क्या है OYO का उद्देश्य?

ओयो ने इस बदलाव का उद्देश्य यह बताया है कि वह अपनी पहचान को बदलने की कोशिश कर रहा है। ओयो अब खुद को परिवारों, धार्मिक यात्रियों और उन लोगों के लिए एक सुरक्षित विकल्प के रूप में प्रस्तुत करना चाहता है, जो अकेले यात्रा करते हैं। इसके अतिरिक्त, कंपनी की योजना लंबी अवधि के ठहराव और बार-बार बुकिंग को बढ़ावा देने की भी है।

ओयो द्वारा किए गए इस बदलाव से कई सवाल खड़े हो गए हैं, खासकर उन अविवाहित कपल्स के लिए जो पहले इस सेवा का लाभ उठाते थे। हालांकि, कंपनी ने इसे एक रणनीतिक कदम बताया है, जो आने वाले समय में ओयो की इमेज को एक नई दिशा दे सकता है। अब यह देखना होगा कि यह नीति ओयो के व्यवसाय पर किस हद तक प्रभाव डालती है, और क्या अन्य शहरों में भी इसे लागू किया जाएगा।

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Granddaughter of a Freedom Fighter, Kriya Yoga Practitioner, follow me on X @ManiYogini for Indic History and Political insights.
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