एटा (जलेसर) जिले के जलेसर थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ दरिंदगी की इंतहा हो गई। ब्यूटी पार्लर संचालिका महिला ने नौ लोगों पर उसे अगवा कर तीन दिन तक बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म करने, शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने और जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता ने थाने में दी तहरीर में बताया कि 21 मई को वह कस्बे के निधौली चौराहे के पास एक दुकान से सामान लेने जा रही थी, तभी भानू यादव, चित्रांश और हरिनंदन ने उसे लाठी-डंडों और हथियारों के बल पर जबरन गाड़ी में डाल लिया। तीनों आरोपी उसे अपने घर ले गए, जहां आंगन में दरवाजा बंद कर उसे निर्वस्त्र कर पीटा गया। इस अमानवीय हरकत में राजकुमारी और ओमा देवी भी शामिल थीं।
बाल काटे, नग्न कर घुमाने की कोशिश
महिला ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने सिर और भौंह के बाल काट दिए और उसे घर के आंगन में नग्न कर घुमाया गया। इसके बाद उसे आगरा के दयालबाग इलाके में ले जाया गया, जहां भानू, चित्रांश और हरिनंदन ने चार अन्य लोगों को भी बुला लिया। सभी ने मिलकर उसे जंजीरों से बांध दिया और 24 मई तक बारी-बारी से दुष्कर्म किया।
पुलिस चौकी पहुंची, लेकिन नहीं पहचान सकी ठिकाना
25 मई की रात करीब दो बजे किसी तरह खुद को छुड़ाकर पीड़िता दयालबाग पुलिस चौकी पहुंची। पुलिस के साथ घटनास्थल की तलाश में गई लेकिन अत्यधिक भय के कारण मकान पहचान नहीं सकी। पुलिसकर्मियों ने उसे 300 रुपये देकर घर भेजा।
डराने के लिए दी गई जान से मारने की धमकी
पीड़िता का आरोप है कि आरोपियों ने उसके दो मोबाइल फोन, 5000 रुपये नकद, चांदी की बिछिया और आधार-पैन कार्ड सहित सारे जरूरी दस्तावेज भी छीन लिए। धमकी दी गई कि अगर वह जलेसर में दिखाई दी तो उसे काटकर हजारा नहर में फेंक दिया जाएगा।
पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट, जांच जारी
सीओ जलेसर ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है और मामले की गहन जांच की जा रही है। साक्ष्यों और तथ्यों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।