अलीगंज,एटा- अलीगंज के गौतम बुद्व स्कूल में बिना मानक और अवैध तरीके से निर्माण तथा आवंटन करने की शिकायतों को जिलाधिकारी ने संज्ञान में लिया है। इस मुहिम में अग्रभारत समाचार पत्र में प्रकाशित होने के बाद जिलाधिकारी ने गौतम बुद्व स्कूल के समस्त निर्माण कार्यो को रोकने के निर्देश दिए है। चेतावनी दी गई गई है कि अगर निर्माण कार्य होता पाया गया तो विधिक कार्यवाही की जाएगी। यह जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक ने दी है।
18 से 25 लाख में बेंची जा रही थी दुकानें
गौतम बुद्व स्कूल को शिक्षा का मंदिर को व्यापारीकरण कहा जाए तो कम नहीं है। विद्यालय की आय बढाने के लिए जिलाधिकारी द्वारा आदेश जारी कर नियमानुसार दुकानों को बनाने तथा आवंटन के आदेश दिए गए थे, उसको दरकिनार कर 18 ये 25 लाख में दुकानों का आवंटन मनमाने तरीके से मैनेजमेंट द्वारा किया जा रहा था।
बंदरबांट करने को सुदूर निवासियों की हो रही है रजिस्ट्री
दुकानों का बंदरबांट किस तरह से किया जाए वह तो गौतम बुद्व स्कूल मैनेजमेंट ही बता सकता है। अखबार में खबर प्रकाशित होने के बाद कार्यवाही के डर से निवेशक दुकानों को खरीदने से परहेज कर रहे है। इसको लेकर मैनेजमेंट ने एक नया तरीका ईजाद किया है। दुकानों का बंदरबांट करने लिए स्थानीय लोगों को दरकिनार कर आगरा, एटा के अलावा अन्य सुदूर इलाकों में रहने वालों को दुकानों का आवंटन किया जा रहा है। इसका उददेश्य यह है कि कोई स्थानीय निर्धारित धनराशि देकर दुकान को किराये पर न मांग ले।
लोग 3 हजार रूपए माह में दुकान लेने को तैयार
गौतम बुद्व स्कूल की दुकानों को लेने के लिए कुछ स्थानीय लोग भी मन बना रहे हैं, लेकिन नियमानुसार धनराशि से अधिक देने में हर कोई सक्षम नहीं है। 18 से 25 लाख रूपए हर व्यक्ति नहीं दे पा रहा है। इच्छुक लोगों का कहना है कि इतनी धनराशि लेकर दुकान हमारी नहीं होगी, किराया तो देना हीं होगा। लोगों का कहना है कि निर्धारित धनराशि देंगे और किराया 3 हजार देने को हम तैयार है।
हम डरते नहीं, करते रहेंगे कार्यवाही
गौतम बुद्व स्कूल के आजीवन सदस्य श्री चन्द्र शाक्य का कहना है कि विद्यालय में दुकानों के अलावा तमाम अनियमितताएं व्याप्त है। इसकी शिकातयें वर्ष 2017 से की जा रही हैं। अब मैनेजमेंट अवैध तरीके से कक्षाओं को तोडकर दुकानों का निर्माण कार्य कर रहा है। इसके लिए उन्होंने उच्चाधिकारियों से शिकायत की है। उन्होंनें कहा कि जब तक प्रभावी कार्यवाही नहीं की जाती है। तब तक वह संघर्ष जारी रखेंगे, हम किसी से नहीं डरेंगे।