एटा। जिले में दुधारू पशुओं को गला घोंटू (एचएस) और बीक्यू जैसी घातक बीमारियों से बचाने के लिए पशुपालन विभाग ने कमर कस ली है। शासन से एटा को एचएस-बीक्यू की कुल पांच लाख 47 हजार वैक्सीन डोज प्राप्त हो चुकी हैं। अब जिले के आठों ब्लॉकों में गांव-गांव जाकर टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा, जिसकी शुरुआत एक जून से होगी और इसे 45 दिनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
शनिवार को मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जिले में लगभग 76 हजार दुधारू पशु, जिनमें मुख्य रूप से गाय और भैंस शामिल हैं, को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए विभाग ने 125 पैरावेट (पशु स्वास्थ्य सहायक) की तैनाती की है, जो गांवों में जाकर पशुपालकों के सहयोग से टीकाकरण करेंगे।
डॉ. सिंह ने बताया कि यह वैक्सीन छह महीने से कम उम्र के बछड़ों और आठ माह तक गर्भवती गाय-भैंसों को नहीं लगाई जाएगी। ऐसे पशुओं को पहचान कर सूची से बाहर किया जाएगा, ताकि उनकी सेहत पर विपरीत असर न हो।
गला घोंटू क्या है?
एचएस यानी गला घोंटू एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो गाय-भैंस जैसे दुधारू पशुओं को तेजी से संक्रमित करता है। यह बीमारी आमतौर पर बरसात के मौसम में फैलती है और समय पर इलाज न होने पर पशु की मौत भी हो सकती है।