आगरा प्रोग्रेशिव एशोसिएशन ऑफ पेरेंट्स टीम पापा ने कहा है की विद्यार्थियों के सालाना परीक्षा परिणाम घोषित करने के साथ ही निजी विद्यालयों का कमीशन खेल चालू हो चुका. अनेको विद्यालयों में किताबें परिधान विद्यालयों से ही, नियम ताक पर रख बेचे जा रहे हैं, अथवा अपनी निश्चित दुकान से खरीदी के लिए विवस कर दिया गया है.
अनेको विद्यालयों ने मनमानी के तहत स्कूल फीस में वृद्धि कर दी है, टीम पापा ने जिलाधिकारी को जनवरी 2025 में ही ज्ञापन देकर इस पर नियम अनुसार रोक लगवाने की माँग की थी. जिस पर जिला विद्यालय निरीक्षक चंद्रशेखर ने सभी बोर्ड के विद्यालयों को निर्देशित किया था.
संस्था संस्थापक/संरक्षक मनोज शर्मा ने कहा है अगर शिक्षा विभाग इन पर रोक लगाने में खुद को अक्षम महसूस कर रहा है तो जिला अधिकारी को लिख कर दे. जिलाधिकारी खुद इस पर नियम के अंतर्गत शक्ति का इस्तेमाल करेंगे, या फिर ऐसा समझा जाये की कमीशन की मलाई के तहत अभिभावक के आर्थिक शोषण में विभाग की सहभगिता है.
संस्था के प्रावीन सक्सेना, अरुण मिश्रा, दीपक वर्मा, शोभित जेतली, अमर सिंह सेंगर, अरुण भाटिया ने निजी विद्यालयों की मनमानियां को लगातार संरक्षण दे रहे शिक्षा विभाग पर रोष जाहिर करते हुए कहा है. शर्मनाक है ऐसी विवस्था, शर्मनाक है ऐसा विभाग, जो सरकार के बनाये अभिभावक हितेषी नियमों का पालन करवाने विफल है, कागज जारी करने से शोषण रुकने वाला नही है. टीम पापा शीघ ही इस शोषण को रोकने के लिये, शीर्ष अधिकारियों से वार्ता करेगी, अभिभावको को राहत न मिलने पर आगे की रणनीति बनायेगे.