आगरा। खंदारी स्थित केंद्रीय हिंदी संस्थान में मंगलवार को सत्र 2024-25 के विदेशी छात्रों के लिए विदाई समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर 19 देशों के 97 विद्यार्थियों को सफलतापूर्वक अपना पाठ्यक्रम पूरा करने पर प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभाग द्वारा आयोजित इस विदाई समारोह में विदेशी छात्रों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और भावपूर्ण विदाई भाषण दिए। अपने भाषणों में, सभी विदेशी छात्र-छात्राओं ने भारत में रहने और हिंदी सीखने के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक सुनील बाबू राव कुलकर्णी ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी भाषा तेजी से विश्व भाषा बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि ये सभी विद्यार्थी अपने-अपने देशों में हिंदी के राजदूत के रूप में कार्य करेंगे और इसका प्रचार-प्रसार करेंगे। प्रोफेसर हरिशंकर ने संस्थान के गौरवशाली इतिहास, उपलब्धियों और अनुसंधान कार्यों पर प्रकाश डाला।
समारोह की मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्रालय के भाषा विभाग की सलाहकार श्रीमती मनमोहन कौर रहीं। अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर योगेंद्र सिंह मीणा ने भारत में छात्रों के उत्कृष्ट व्यवहार और हिंदी सीखने की उनकी प्रबल इच्छाशक्ति के लिए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।
समारोह की अध्यक्षता संस्थान के उपाध्यक्ष प्रोफेसर सुरेंद्र दुबे ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि संचार के बदलते वैश्विक परिदृश्य में हिंदी के अध्यापक और प्रचारक अपनी दूरदर्शी सोच से एक पुल का निर्माण कर रहे हैं। इस वर्ष संस्थान में पहली बार अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभाग की सभी पांच कक्षाओं में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को आगामी सत्र में द्वितीय वर्ष के उन्नत पाठ्यक्रम में सीधे प्रवेश का प्रस्ताव दिया गया, जिसका छात्रों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया।
इस भावपूर्ण अवसर पर संस्थान के सभी प्रोफेसर, कर्मचारी और बड़ी संख्या में विदेशी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।