जमीन का कोई मालिक ना हो तो गरीबों के बनाए जाए मकान.. सांसद
आगरा : आगरा के थाना जगदीशपुरा क्षेत्र में करोड़ों रुपए की जमीन को लेकर हाल ही में हुए विवाद में फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर ने एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखा है। उन्होंने कहा है कि अगर इस जमीन का कोई असली मालिक नहीं है, तो इसे गरीबों के लिए आवास बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
सांसद चाहर ने कहा कि इस जमीन को लेकर थाना अध्यक्ष, कई बिल्डर और पहलवानों के नाम पर बेगुनाह गरीबों को जेल भेजा गया था। प्रदेश सरकार के एक माननीय का नाम भी इस मामले में सामने आया था। इस मामले में गरीबों की मदद के लिए सिर्फ सांसद चाहर सामने आए थे।
सांसद चाहर ने कहा कि इस जमीन को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। अगर सभी दावे झूठे हैं, तो इसे गरीबों के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इससे आगरा शहर और देहात के सभी पात्र गरीबों को मकान मिल सकेंगे।
सांसद चाहर ने इस प्रस्ताव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक खुला पत्र भी लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि यह जमीन विवादित लगती है और इसका कोई असली मालिक नहीं है। इसलिए इसे गरीबों के लिए आवास बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री इस प्रस्ताव को मंजूरी देते हैं, तो यह आगरा के गरीबों के लिए एक बड़ी राहत होगी।
अब देखना होगा कि संसद के खुले पत्र के बाद जमीन विवाद में क्या नया मोड़ आता है । फिलहाल पुलिस वालों ने बेगुनाहों को जेल भेज कर यह साबित कर दिया कि भूमिया और पुलिस के अधिकारी मिलकर किसी को भी किसी भी केस में झूठा फंसा कर जेल भेज सकते हैं । फिलहाल जमीनी मामले में तत्कालीन थाना अध्यक्ष जितेंद्र कुमार सलाखों के पीछे हैं और भूमपियाओं पर नवागत पुलिस कमिश्नर ने इनाम घोषित कर गैर जमानती वारंट जारी कर कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी है।