झांसी, सुल्तान आब्दी: महान क्रांतिकारी स्व. कलिका प्रसाद अग्रवाल की स्मृति में स्वतंत्रता सेनानी परिवार संगठन का 13वां स्थापना दिवस आज रामप्रकाश अग्रवाल के निवास पर मनाया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी परिवार कल्याण परिषद नई दिल्ली के राष्ट्रीय कोर कमेटी सदस्य गिरजा शंकर राय ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की।
कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न प्रांतों से आए स्वतंत्रता सेनानी परिजनों का परिचय हुआ। उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य को अपनी मूलभूत समस्याओं से अवगत कराया। परिजनों ने बताया कि असम, पंजाब, बिहार, उत्तराखंड जैसे अन्य प्रांतों में उन्हें बस पास, मेडिकल सुविधा, पेंशन, 300 यूनिट फ्री बिजली और परिचय पत्र जैसी सुविधाएं मिल रही हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के सेनानी परिजनों को ये सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ज़िला स्तर पर कोई सेनानी भवन भी नहीं है।
महापौर और MLC प्रतिनिधि ने दिया ‘सेनानी सदन’ का आश्वासन
इन समस्याओं को सुनकर, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने भरोसा दिलाया कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की स्मृति में लक्ष्मीबाई पार्क या गांधी भवन पुरानी तहसील के सामने वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई एवं झलकारी बाई की स्मृति में ‘सेनानी सदन’ का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सदन ग्रामीण अंचलों से आए स्वतंत्रता सेनानी परिजनों के रुकने और ठहरने की व्यवस्था करेगा, साथ ही यहां समय-समय पर राष्ट्रीय कार्यक्रम और मासिक बैठकें भी हो सकेंगी। प्रदीप जैन आदित्य ने यह भी कहा कि वे स्वतंत्रता सेनानी परिजनों की लड़ाई को अंतिम क्षण तक लड़ेंगे।
विधानसभा परिषद सदस्य आर पी निरंजन के प्रतिनिधि ने आश्वासन दिया कि स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम दीप शिखा महारानी लक्ष्मीबाई व झलकारी बाई के नाम से बनने वाले सेनानी सदन के निर्माण में जो भी राशि की आवश्यकता होगी, वे अपनी निधि से मुहैया करवाएंगे।
झांसी के महापौर बिहारी लाल आर्य ने कहा कि वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई व झलकारी बाई की स्मृति में स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों के संगठन की मासिक बैठकों और सुदूर क्षेत्रों से आने वाले परिवारों के लिए सेनानी सदन बहुत पहले बन जाना चाहिए था। उन्होंने संकल्प लिया कि वे महारानी लक्ष्मीबाई झांसी के जन्मोत्सव पर इस सदन का शिलान्यास करवाने में अपनी पूरी ताकत लगा देंगे। विभिन्न प्रांतों से आए स्वतंत्रता सेनानी परिजनों ने तालियों की गड़गड़ाहट से महापौर के आश्वासन का स्वागत किया।
कार्यक्रम में गणमान्य लोगों की उपस्थिति
कार्यक्रम का संचालन सुरेश बबेले ने किया। इस अवसर पर संगठन के संरक्षक द्वारा अतिथियों एवं सुदूर क्षेत्रों से आए पदाधिकारियों को मोती की माला एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में राकेश चौरसिया (ग्वालियर), भागवत नारायण पसतौर (बिजना), रामनरेश त्रिवेदी, अशोक कुमार पाण्डेय, महादेव बाजपेई, गोविन्द बल्लभ शुक्ला, नारायण सिंह सेवारा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अरुण हिंगवासिया, रामप्रकाश पाठक (हासपुरा), आदित्य नारायण दुबे, शैलेंद्र जैन, गिरजा शंकर राय आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अंत में वरिष्ठ अधिवक्ता रामप्रकाश अग्रवाल ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।