सुल्तानपुर। सुल्तानपुर जिले के लिए आज गर्व का दिन है, जब यहां के चार होनहार युवाओं ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा में सफलता का परचम लहराकर जिले का नाम रोशन किया है। कुड़वार थाना क्षेत्र के ऊंच गांव की दिशा द्विवेदी, अखंडनगर के हरपुर के शुभम मिश्रा, राहुलनगर ताजुद्दीनपुर के गौरव पटेल और जयसिंहपुर के गौहनिया के अनुराग रंजन वत्स ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है।
इन सफल युवाओं में अनुराग रंजन वत्स की कहानी विशेष है। मूल रूप से कोतवाली कादीपुर क्षेत्र के घूरीपुर गांव के रहने वाले और वर्तमान में कोतवाली जयसिंहपुर के गौहनिया गांव में निवास कर रहे अनुराग ने यूपीएससी 2024 में 651वीं रैंक हासिल की है। उनके पिता मैदान सिंह बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक से चीफ अकाउंटेंट के पद से सेवानिवृत्त हैं, जबकि माता कंचन सिंह गृहणी होने के साथ आंगनबाड़ी कार्यकत्री के रूप में कार्यरत हैं। चार भाई-बहनों में सबसे छोटे अनुराग की तीनों बहनें प्रतिष्ठित कंपनियों में उच्च पदों पर कार्यरत हैं। अनुराग ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा राज मोंटसरी हाईस्कूल सेमरी से पूरी की, इंटरमीडिएट ग्राम भारती परितोष अमेठी से करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से बीएससी और एमएससी गणित में किया। यूपीएससी की तैयारी के लिए उन्होंने हिंदी विषय से दोबारा स्नातक किया। इससे पहले अनुराग तीन बार यूपीएससी की परीक्षा में सफल रहे और 2019 में असिस्टेंट कमांडेंट बने। उन्होंने 14 जनवरी 2024 को सेवा में शामिल होने के बाद भी यूपीएससी 2024 के इंटरव्यू की तैयारी के लिए 15 फरवरी 2024 को यह नौकरी छोड़ दी, जो उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाता है।
एक अन्य प्रतिभाशाली युवा शुभम मिश्रा ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 333वीं रैंक हासिल की है। आईआईटी दिल्ली से बीटेक करने वाले शुभम ने इससे पहले 2022 में 688वीं रैंक के साथ आईडीएएस में भी सफलता प्राप्त की थी। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने संयुक्त परिवार को दिया है, जिनके सहयोग और समर्थन ने उन्हें यह मुकाम हासिल करने में मदद की।
गौरव पटेल, जो सेवानिवृत्त इफको क्षेत्रीय प्रबंधक घनश्याम वर्मा के पुत्र हैं, ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा में 613वीं रैंक हासिल की है। वर्तमान में लखनऊ में रह रहे इस परिवार में गौरव के छोटे भाई सौरभ पटेल भी सिविल सेवा की तैयारी में जुटे हुए हैं, जो परिवार के शैक्षिक माहौल को दर्शाता है।
लखनऊ में प्रोफेसर डॉ. महेंद्र द्विवेदी की बेटी दिशा द्विवेदी ने अपने पिता का सपना साकार करते हुए यूपीएससी में सफलता प्राप्त की है। दिशा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लखनऊ से पूरी की। केंद्रीय विद्यालय लखनऊ से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने 2020 में नोएडा से बीटेक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने आईएएस की तैयारी शुरू की और 18-20 घंटे की कड़ी मेहनत और समर्पण के बल पर 672वीं रैंक प्राप्त की।
इन चारों होनहार युवाओं की सफलता से पूरे सुल्तानपुर जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है। लोग लगातार उनके घरों पर पहुंचकर उनके परिवारों को बधाई दे रहे हैं और इन युवाओं की उपलब्धि को जिले के लिए एक बड़ी प्रेरणा मान रहे हैं।