अछनेरा। प्यार, साथ रहने का वादा और फिर रिश्तों में दरार… यह घटना किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लगती है। शनिवार देर शाम महाराष्ट्र से आई एक महिला अपने गुमशुदा प्रेमी की तलाश करते-करते अछनेरा थाने पहुंच गई। थाने में पुलिस के सामने उसने अपना दर्द बयां करते हुए जानकारी दी है।
महिला ने बताया कि वह महाराष्ट्र में सरकारी कर्मचारी है और अछनेरा क्षेत्र का एक युवक महाराष्ट्र में फर्नीचर का काम करता है। दोनों पिछले पाँच सालों से रिलेशनशिप में रह रहे थे और उनका एक बेटा भी है। लेकिन करीब दस महीने से युवक अचानक घर नहीं लौटा। फोन पर कभी-कभार बातचीत होती रही, पर अब उसने कॉल उठाना भी बंद कर दिया। थक-हारकर महिला ने शादी के दस्तावेज और युवक के आधार कार्ड के पते के आधार पर अछनेरा पुलिस से मदद मांगी।पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए युवक को उसके घर से पकड़कर थाने बुला लिया। थाने में आमने-सामने होने पर रिश्ते का एक और पहलू सामने आया। युवक ने महिला पर अवैध संबंधों के आरोप लगाए और कहा कि इन्हीं झगड़ों से परेशान होकर वह महाराष्ट्र छोड़ आया था।काफी देर तक चली समझाइश और पुलिस की सूझबूझ से आखिरकार दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। देर रात पुलिस ने दोनों को परिवारजनों के सुपुर्द कर घर भेज दिया। समाज में उठ रही आवाज,युवाओं को लेनी चाहिए सीख इसे मामले में केवल एक प्रेम प्रसंग की कहानी नहीं, बल्कि आज की युवा पीढ़ी के लिए एक आईना है। बिना परिवार की रज़ामंदी और सामाजिक समझदारी के लिए गए निजी फ़ैसले अक्सर रिश्तों को बोझ बना देते हैं। प्यार करना बुरा नहीं, लेकिन रिश्ते की मज़बूती केवल भावनाओं से नहीं, बल्कि विश्वास, ज़िम्मेदारी और परिवार की सलाह से आती है।आज का युवा वर्ग जब माता-पिता की बातों को अनसुना कर केवल भावनाओं के आधार पर बड़े फैसले लेता है, तो बाद में अक्सर पछतावे और विवाद की नौबत आ जाती है। इस मामले में एक छोटा बच्चा भी बीच में है, जो माता-पिता की आपसी खींचतान का शिकार बन सकता है।समाज में ऐसी घटनाओं से युवाओं को सीख लेने की आवाज उठ रही हैं।