गणपति उत्सव में पर्यावरण के अनुकूल बने गणपति- पं प्रमोद गौतम

Faizan Khan
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विवि के छात्रों ने रचनात्मक और पर्यावरण के अनुकूल गणपति बनाए

 

आगरा: डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा, के ललित कला संस्थान ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर दो दिन की कार्यशाला और प्रदर्शनी का आयोजन किया। इस कार्यशाला में विश्वविद्यालय के छात्रों ने रचनात्मक और पर्यावरण के अनुकूल गणपति मूर्तियां बनाई।

यह प्रदर्शनी संस्कृति भवन, ललित कला संस्थान की आर्ट गैलरी में हुई थी। इस प्रदर्शनी का संचालन विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशु रानी के संरक्षण में और ललित कला संस्थान के निदेशक प्रो. संजय चौधरी के मार्गदर्शन में किया गया था। इसमें 100 से अधिक गणपति मूर्तियों को इको-फ्रेंडली तरीके से निर्मित किया गया था।

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प्रदर्शनी में ललित कला संस्थान के प्रवक्ता दीपक कुलश्रेष्ठ ने वैदिक सूत्रम चेयरमैन और एस्ट्रोलॉजर पंडित प्रमोद गौतम को प्रमुख अतिथि के रूप में स्वागत किया। इसके बाद, पंडित प्रमोद गौतम ने मीडिया के साथ बात करते हुए बताया कि बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करके उत्सवों के पर्यावरणीय प्रभाव को कम किया जा सकता है।

ललित कला संस्थान के छात्रों ने गणपति मूर्तियों को मिट्टी से बनाने के साथ ही उनके प्रभावशाली भावना को भी प्रमोट किया, जो सभी को एक सकारात्मक ऊर्जा की ओर प्रोत्साहित करता है। इन छात्रों का संघर्ष प्राकृतिक सामग्री से मूर्तियां बनाने में न केवल सरलता का प्रतीक है, बल्कि यह प्रेरित करने का भी एक उदाहरण है कि हम पर्यावरण के साथ सहयोग कर सकते हैं और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।”

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फैजान खान- संवाददाता दैनिक अग्र भारत समाचार । "मैं पिछले 5 वर्षों से राजनीति और समाजिक मुद्दों पर रिपोर्टिंग कर रहा हूं। इस दौरान, मैंने कई सामाजिक मुद्दों,ओर समस्याओं पर लेख लिखे हैं और लिखता आ रहा हु।
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