दहेजलोभियों ने विवाहिता और उसके नवजात पुत्र पर ढाए जुल्म
पीड़िता ने ससुरालीजनों के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा
आगरा (किरावली) । पति, पत्नी और वो, के बीच पत्नी पर आए दिन जुल्म होते रहे। अपना परिवार बचाने की खातिर पत्नी चुपचाप जुल्म सहती रही। जब जुल्म की इंतिहा होने लगी तो मजबूरन पत्नी को ससुरालीजनों समेत उस वो के खिलाफ मुकदमा लिखाना पड़ा।
मामला किरावली थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव का है। कल्पना पुत्री राधेश्याम (दोनों काल्पनिक नाम), की शादी बीते वर्ष पास के ही गांव में हुई थी। राधेश्याम द्वारा अपनी हैसियत से अधिक खर्च कर बेटी के ससुरीलाजनों को दहेज दिया था। शादी के कुछ समय तक मामला ठीक चला, इसके बाद अचानक ससुरालीजनों के तेवर बदलने लगे। कल्पना पर अपने मायका पक्ष से चार लाख नगद या चारपहिया वाहन दिलवाने की मांग की जाने लगी। राधेश्याम द्वारा देने में असमर्थता जताने पर ससुरालीजनों ने कल्पना का उत्पीड़न शुरू कर दिया। उसके गर्भवती होते ही उसका जबरन दवा खिलवाकर गर्भपात करवा दिया जाता। आए दिन के उत्पीड़न से तंग आकर गर्भावस्था में ही कल्पना अपने मायके चली गई। गर्भ ठहरने पर उसने अस्पताल में पुत्र को जन्म दिया। ससुरालीजन दोनों को अपने घर ले आए । घर आते ही नवजात के नक्षत्र खराब बताकर विवाहिता पर उसे मारने का दवाब बनाया जाने लगा। एक दिन बहला फुसलाकर ससुरीलाजन, कल्पना को उसके नवजात समेत सड़क किनारे जंगल में फेंककर भाग निकले। राहगीरों की मदद से कल्पना अपने मायके पहुंची।
पति की प्रेमिका बनी खलनायक
इस मामले में कल्पना के पति की प्रेमिका पूरी तरह खलनायक बनी रही। कल्पना का आरोप है कि प्रेमिका के इशारे पर ही उसके साथ मारपीट होती थी। पति के साथ सास, ससुर, ननद और जेठ इसमें शामिल रहते थे। मायका और ससुराल पक्ष के बीच हुई पंचायत के बावजूद नतीजा नहीं निकला। इस मामले में कल्पना द्वारा मुनेंद्र, कुंवर सिंह, गंगा देवी, बेबी, तेजवीर सिंह, राधा और ज्योति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। थाना पुलिस जांच कर कार्रवाई में जुटी है।