उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से सामने आया है एक चौंकाने वाला मामला, जहां एक महिला को महज़ इसलिए घर से निकाल दिया गया क्योंकि उसने इंस्टाग्राम रील (Instagram Reels) बनाकर पैसे कमाने से मना कर दिया। पति की इस “सोशल मीडिया इनकम” वाली मांग को महिला ने अनुचित मानते हुए अस्वीकार किया, और उसके बाद विवाद इतना बढ़ा कि महिला को तीन दिन तक धरने पर बैठना पड़ा।
मामला कहां का है?
यह घटना फतेहपुर जिले के शकुन नगर मोहल्ले की है। पीड़िता दीपिका नाम की महिला है, जिसने बताया कि उसके पति की अजीब मांग थी कि वह घर बैठे इंस्टा रील्स बनाकर पैसे कमाए और उसे दे।
शादी और विवाद की टाइमलाइन
दीपिका की शादी 22 नवंबर 2024 को हुई थी। शुरुआती कुछ महीने सामान्य थे। बाद में पति और ससुराल वालों ने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू किया। पति ने इंस्टा रील बनाने की जबरन डिमांड शुरू की। इंकार पर महिला को घर से निकाल दिया गया। तीन दिन तक दीपिका घर के बाहर धरने पर बैठी रही। पुलिस हस्तक्षेप के बाद महिला को घर में वापस प्रवेश मिला।
महिला का बयान
“साहब! मेरा पति कहता है कि इंस्टाग्राम रील बना, पैसे कमा और मुझे दे। मैं ये सब नहीं करना चाहती। मुझे जबरदस्ती क्यों किया जा रहा है? मैंने मना किया तो उसने मुझे घर से निकाल दिया।”
परिवार का पक्ष
दीपिका के पिता संतोष कुमार तिवारी, जो खागा गांव, नौबस्ता रोड के पास रहते हैं, ने बताया:
“शादी के बाद सबकुछ ठीक लग रहा था, लेकिन धीरे-धीरे दामाद का असली चेहरा सामने आया। वह मेरी बेटी पर सोशल मीडिया से कमाई का दबाव बना रहा था। कहता था – आजकल औरतें घर से ही कमाई करती हैं, तुम भी करो।”
पुलिस का हस्तक्षेप
सूचना मिलने पर कोतवाल टीके राय मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाया। पति को कड़ी चेतावनी दी गई और समझौते के बाद दीपिका को फिर से घर में प्रवेश दिया गया।
कानूनी दृष्टिकोण
यह मामला घरेलू हिंसा, मानसिक उत्पीड़न और महिलाओं के अधिकारों के हनन से जुड़ा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि पति किसी भी प्रकार से पत्नी पर जबरन काम करने या अवांछित व्यवहार करने का दबाव बनाए, तो वह घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 के तहत अपराध माना जाता है।
समाज में बढ़ती सोशल मीडिया की सनक?
यह घटना एक गंभीर संकेत देती है कि कैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कमाई की अवधारणाएं पारिवारिक संबंधों को प्रभावित कर रही हैं। “रील बनाकर पैसा कमाना” अब कुछ लोगों के लिए मज़ाक नहीं, बल्कि जबरदस्ती की कमाई का ज़रिया बनता जा रहा है।
घरेलू कलह का नया चेहरा
क्या सोशल मीडिया अब रिश्तों की नींव को भी हिला रहा है? दीपिका का संघर्ष इस बात का प्रतीक है कि महिलाएं अब अपनी मर्ज़ी के खिलाफ किसी भी सामाजिक दबाव को स्वीकार नहीं कर रहीं।