आगरा। शासन प्रशासन ने रामबाग फ्लाईओवर के नीचे और वाटर वर्क्स के पास फुटपाथ पर अतिक्रमण कर दुकान लगाने वालों को हटा दिया। इससे चौराहों की सुंदरता बढ़ गई है और राहगीरों को आवागमन में आसानी हो गई है। लेकिन इसके बावजूद भी कुछ समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं।
टेंपो चालकों की मनमानी जारी
चौराहों से गुजरने वाले टेंपो चालक अभी भी अपनी मनमानी कर रहे हैं। निर्धारित सीमा चौराहे से 100 मीटर दूरी करने के बाद भी चौराहे पर ही खड़े होकर सवारियां भरते हैं। कई बार इन टेंपो चालकों की चपेट में आने से राहगीर घायल हो जाते हैं।
नाबालिग भी चला रहे मयूरी और ऑटो रिक्शा
अन्य टेंपो चालकों के बीच में नाबालिक भी मयूरी और ऑटो रिक्शा दौड़ा रहे हैं। पुलिस की कार्यवाही से भी इनको डर नहीं है। नाबालिक मयूरी और ऑटो रिक्शा चलाने वाले युवकों के पास न ड्राइविंग लाइसेंस है न ही यातायात नियमों का ज्ञान है।
डबल बाउल फाउंटेन पड़े बंद
वाटर बॉक्स चौराहे पर नगर निगम निधि से चौराहे की सुंदरता बढ़ाने के लिए डबल बाउल फाउंटेन और लाइटिंग का कार्य किया गया था। कुछ ही समय बाद यह धूल फाख्ते नजर आ रहे हैं। गंदगी के अंबार लगे हैं। फाउंटेन भी बंद पड़े हैं।
नगर निगम द्वारा लगाए गए पेड़ सूख रहे
वॉटर वर्क चौराहे पर नगर निगम के द्वारा हजारों पौधे लगाए गए थे। जिनमें अनेकों विदेशी देसी वैरायटी लगाई गई थी। कुछ समय उनकी सिंचाई समय पर होती रही लेकिन अब लापरवाही बरती जा रही है और लाखों रूपयो के पेड़ बूंद बूंद पानी के लिए तरस गए हैं। जिसकी वजह से यह सभी पेड़ सूखकर खराब होते जा रहे है।
डग्गामार बसों पर यातायात पुलिस की कार्यवाही नहीं
चौराहे पर लगे दुकानदारों पर तो शासन प्रशासन और पुलिस की कार्यवाही हुई लेकिन आज भी डग्गामार बस व मैजिक इको कार चालकों पर यातायात पुलिस मेहरबान है। वाटर बॉक्स से चलने वाली डग्गामार बसों पर हजारों लाखों रुपए के चालान हैं फिर भी चालान कार्रवाई कर कर इन्हें यातायात पुलिस के द्वारा लगातार छोड़ दिया जाता है। अधिकारियों के आदेशों को भी यातायात पुलिस दरकिनार कर रही है। इतने चालानों के बाद भी ऐसे वाहन सीज कर जप्त क्यों नहीं किए जाते? चौराहे पर लगे नगर निगम के कमरों पर हर समय अधिकारी नजर रखते हैं फिर भी कार्यवाही नहीं होती है।
शासन प्रशासन को चाहिए कि इन समस्याओं पर भी ध्यान दे
शासन प्रशासन को चाहिए कि अतिक्रमणकारियों से खाली कराए गए फुटपाथ की सुरक्षा के लिए भी कदम उठाए। टेंपो चालकों की मनमानी पर लगाम लगाई जाए। नाबालिगों को वाहन चलाने से रोका जाए। डबल बाउल फाउंटेन को चालू किया जाए और नगर निगम द्वारा लगाए गए पेड़ों की देखभाल की जाए। डग्गामार बसों पर सख्त कार्यवाही की जाए।