गुरु का आशीष, दोस्तों का स्नेह — यादगार रही जनता इंटर कॉलेज 2001 बैच की शाम

25 वर्षों बाद मिले 2001 बैच के छात्र, शिक्षकों का किया सम्मान

Sumit Garg
3 Min Read
Highlights
  • पुराने साथियों से मुलाकात बनी जीवन की नई ऊर्जा का स्रोत
  • स्नेह, सम्मान और स्मृतियों से भरी एक अविस्मरणीय शाम

खेरागढ़ (अग्रभारत संवाददाता) : ” एक शाम पुराने दोस्तों के नाम” कस्बे के एक निजी गार्डन में बुधवार को 25 साल पहले माध्यमिक में सहपाठी रहे जनता इंटर कॉलेज के छात्र एकजुट हुए, इस मौके पर छात्रों ने अपने मंचासीन गुरुजनों का मार्ग  दर्शन मिला । पुरानी यादों के सहारे पूर्व छात्रों ने अपने अपने विचार रखे, अपने गुरुजनों का स्वागत सम्मान कर आशीर्वाद लिया ।पूर्व छात्रों ने अपने गुरुजनों को शॉल, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। सम्मान पाकर शिक्षक भी भावुक हो उठे और विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।


कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना और राष्ट्रगान से हुई। इसके बाद पूर्व छात्रों ने अपने गुरुजनों का सम्मान करते हुए उन्हें शॉल, पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह भेंट किए। जैसे ही मंच पर शिक्षकों के नाम पुकारे गए, पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कार्यक्रम में भावनाओं का सागर उस वक्त छलक पड़ा, जब पुराने साथियों ने अपने छात्र जीवन की यादें साझा कीं — वही गलियारे, वही हंसी, वही दोस्ती के किस्से। कई लोग वर्षों बाद मिले और एक-दूसरे को देखकर भावुक हो उठे।

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दीपावली का त्योहार कोई दोस्त इंजीनियर तो कोई डाक्टर…सब त्योहार पर अपने अपने घर आये थे । बुधवार को एक दूसरे से संपर्क कर निजी गार्डन में एक मिलन समारोह का आयोजन किया, 2001 बैच में हाईस्कूल के सहपाठी जब एक साथ मिले, एक दूसरे को अपने जीवन का परिचय दिया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम में और भी रंग भर दिए। गीत-संगीत, कविता-पाठ और नृत्य के साथ माहौल एक उत्सव में बदल गया।
समारोह का समापन सामूहिक भोज और समूह फोटोग्राफी के साथ हुआ। हर चेहरे पर संतोष, अपनापन और पुरानी यादों की चमक दिखाई दी।

इस दौरान मंचासीन गुरुजन लक्ष्मीनारायण सविता, वासदेव सहाय शर्मा, श्रीकृष्ण, सुरेंद्र कुमार खरे, किशोर गुप्ता, वीरेंद्र मित्तल, राकेश सिंह ने अपने अनुभव छात्रों के साथ साझा कर जीवन का सार बताया। इस अवसर पर अरविंद गर्ग, अरविंद सिंह सिकरवार, अश्वनी गोयल, चंद्रभूषण शर्मा, दशरथ सिंह, देवकी नंदन शर्मा, गजेंद्र सिंह पिप्पल, गोविंद गर्ग, कमल कांत रावत, मनोज जिंदल, नरेंद्र सिंह उर्फ रानू परमार, नीरज गोयल, पारुल गोयल, पीयूष मित्तल, प्रदीप राजपूत, रामकुमार सिंघल, सौरभ गोयल, सौरभ मंगल, सौरभ मित्तल, त्रिलोक लवानियां, विवेक गोयल, संतोष कुमार, सुनील गोयल, नरेश गर्ग, सुमित कुमार, शिल्पी गोयल आदि सहपाठी मौजूद रहे।

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प्रभारी-दैनिक अग्रभारत समाचार पत्र (आगरा देहात)
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