सीएचसी अछनेरा लगातार चौथी बार कायाकल्प योजना में अव्वल स्थान प्राप्त कर चुका है। सीएमओ डॉ अरूण श्रीवास्तव ने सम्मान समारोह में स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशस्ति प्रमाणपत्र और उपहार प्रदान किए। सीएमओ ने कहा कि सामूहिक टीम भावना और अथक परिश्रम के कारण यह सफलता मिली है। अधीक्षक डॉ जितेंद्र लवानिया ने बताया कि सीएचसी में लगातार सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। एचईओ विपिन बिहारी मिश्रा ने बताया कि सीएचसी पर सर्वाधिक 103 सीजेरियन प्रसव और 624 महिला व 20 पुरूषों की वर्तमान सत्र में नसबंदी कराई गई है।
आगरा के किरावली क्षेत्र में स्थित सीएचसी अछनेरा कायाकल्प योजना में लगातार चौथी बार अव्वल स्थान प्राप्त कर चुका है। इस उपलब्धि के लिए सीएचसी के स्वास्थ्य कर्मियों का सम्मान समारोह सीएचसी परिसर में आयोजित किया गया।
सम्मान समारोह में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ अरूण श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कायाकल्प योजना में सराहनीय कार्य करने वाले स्टाफ नर्स, बीपीएम, प्रयोगशाला फार्मेसी सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशस्ति प्रमाणपत्र और उपहार प्रदान कर सम्मानित किया।
सीएमओ ने कहा कि सामूहिक टीम भावना और अथक परिश्रम के कारण यह सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि सीएचसी अछनेरा ने कायाकल्प योजना में लगातार चार वर्षों से अव्वल स्थान प्राप्त कर एक मिसाल कायम की है।
सीएचसी अधीक्षक डॉ जितेंद्र लवानिया ने बताया कि उच्चाधिकारियों के दिशा निर्देशन में सीएचसी में लगातार सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। समयबद्धता और अनुशासन को प्राथमिकता दी जा रही है।
एचईओ विपिन बिहारी मिश्रा ने बताया कि सीएचसी पर सर्वाधिक 103 सीजेरियन प्रसव और 624 महिला व 20 पुरूषों की वर्तमान सत्र में नसबंदी कराई गई है। निर्धारित लक्ष्यों को शत प्रतिशत पूर्ण करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ संजीव वर्मन, डिप्टी सीएमओ डॉ नंदन सिंह, डीपीएम कुलदीप भारद्वाज, डॉ अंजना सिंह आदि मौजूद रहे।
कायाकल्प योजना भारत सरकार की एक योजना है, जिसका उद्देश्य देश के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को बेहतर बनाना है। इस योजना के तहत, पीएचसी और सीएचसी को विभिन्न मानकों के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है, और जो केंद्र इन मानकों को पूरा करते हैं, उन्हें पुरस्कार दिया जाता है।
कायाकल्प योजना के तहत, पीएचसी और सीएचसी में बुनियादी ढांचे में सुधार, स्वच्छता और स्वच्छता में सुधार, और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार पर ध्यान दिया जाता है।