आगरा: सिविल कोर्ट की नटराज विंग के अधिवक्ताओं ने “एक कैंपस, एक बार” मुहिम में सक्रिय योगदान देने वाले आगरा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष बाबू परमार और ग्रेटर बार के पूर्व अध्यक्ष दुर्ग विजय सिंह भैया सहित इस मुहिम में शामिल अन्य अधिवक्ताओं का सम्मान किया। इस सम्मान समारोह में सिविल कोर्ट में “एक कैंपस, एक बार” के लिए आगरा बार एसोसिएशन के सदस्य पहले ही मतदान कर चुके थे।
समारोह में हुआ समर्पण और समर्थन का आदान-प्रदान
इस समारोह का आयोजन सिविल कोर्ट के नटराज विंग द्वारा किया गया, जिसमें आगरा बार एसोसिएशन के कई प्रमुख सदस्य शामिल हुए। इन सदस्यों ने इस मुहिम के लिए अपना समर्पण और समर्थन दिखाते हुए सम्मानित अधिवक्ताओं को माला पहनाकर उन्हें सराहा। सम्मानित अधिवक्ताओं में सुभाष बाबू परमार, विनोद शुक्ला (महासचिव), देवेंद्र धाकरे (सयुंक्त सचिव), केके शर्मा (वरिष्ठ एडवोकेट), जयवीर सिंह एडवोकेट (वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य) शामिल थे।
“एक कैंपस, एक बार” मुहिम की मशाल जलाने वाले अधिवक्ता
यह सम्मान समारोह विशेष रूप से उन अधिवक्ताओं को समर्पित था जिन्होंने “एक कैंपस, एक बार” की मुहिम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसमें दुर्ग विजय सिंह भैया (पूर्व अध्यक्ष, ग्रेटर बार), भारत सिंह (पूर्व महासचिव), आरके नीलम एडवोकेट, और सोनू परमार का भी माला पहनाकर सम्मान किया गया। ये वे अधिवक्ता हैं जिन्होंने इस मुहिम की मशाल जलाकर अधिवक्ताओं में एक नई जागरूकता और उत्साह का संचार किया।
समारोह में शिरकत करने वाले अन्य अधिवक्ता
सम्मान समारोह में शामिल होने वाले अधिवक्ताओं में वीरेंद्र सिंह कुशवाह, शिशुपाल सिंह सिकरवार, नरेन्द्र सिंह वर्मा, राजेश कुमार गुप्ता, वीरेंद्र गुप्ता, रईस उसमानी, पाल सिंह राठौर, उदय पाल परमार, और मनी शर्मा जैसे प्रमुख नाम शामिल थे।
अधिवक्ताओं का समग्र समर्थन
कार्यक्रम के दौरान सभी उपस्थित अधिवक्ताओं ने “एक कैंपस, एक बार” के नारे के समर्थन में ताली बजाई और अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया। यह मुहिम वकीलों के कार्यक्षेत्र और जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। कार्यक्रम के आयोजकों ने इस अवसर पर मिठाई भी वितरित की और सभी को इस मुहिम के महत्व और उसकी दिशा के बारे में समझाया।
समारोह का संदेश और महत्व
इस समारोह में सभी उपस्थित अधिवक्ताओं का कहना था कि “एक कैंपस, एक बार” मुहिम की सफलता सिर्फ एक बेहतर कार्यक्षेत्र का निर्माण करने में नहीं, बल्कि समग्र रूप से समाज में एक बेहतर न्याय प्रणाली के निर्माण में भी सहायक होगी। यह कदम न्यायपालिका और अधिवक्ताओं के बीच सामंजस्य और सहयोग बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
“एक कैंपस, एक बार” मुहिम को लेकर आगरा के अधिवक्ताओं का उत्साह और समर्थन अब और भी मजबूत हुआ है। इस अभियान ने साबित किया कि जब सभी एकजुट होकर काम करते हैं, तो बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं। यह सम्मान समारोह न केवल एक पहल का सम्मान था, बल्कि एक नई शुरुआत की ओर भी एक कदम था, जो पूरे न्यायिक समाज के लिए लाभकारी साबित होगा।