अंबेडकरनगर । वैसे तो अंबेडकर नगर जिले के अंतर्गत आने वाले विभिन्न थाना क्षेत्रो से पुलिस की गस्त वाली तस्वीरे जिला पुलिस के ट्विटर अकाउंट से प्रतिदिन बड़ी संख्या में पोस्ट की जाती हैं। विभिन्न थानों के प्रभारी साहब तक अपडेट पहुंचाने में कोई कमी नहीं कर रहे हैं। लेकिन वास्तविकता इससे उलट है, सच्चाई यह है कि विभिन्न थाना क्षेत्रो से जो तस्वीरें सोशल मीडिया के लिए गस्त वाली भेजी जाती हैं । उसमे मात्र 8 से 10 कदम चलने और फोटो खींचने मात्र तक ही गस्त सीमित रहती है ।
आप खुद भी देख सकते हैं कि विभिन्न थाना क्षेत्रो से ग्रस्त वाली जो तस्वीरे सोशल मीडिया के माध्यम से पोस्ट की जाती है उसमें इस भीषण गर्मी में भी पुलिस कर्मियों की वर्दी सूखी रहती है । प्रतिदिन जब यही घटनाक्रम दोहराया जाता है तो स्थानीय लोगों के मन मस्तिष्क में पुलिस की नकारात्मक छवि बनती है।
आखिर जब सिर्फ नाम मात्र की गस्त और दिखावा ही करना है, तो इसको सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की क्या आवश्यकता है ? लेकिन जिस प्रकार से थाना क्षेत्रो के पुलिस कर्मियों द्वारा पुलिस कप्तान और अन्य सीनियर अधिकारियों की आंखों में धूल झोका जा रहा है, उनके इस कृति को किसी भी प्रकार से सही नहीं ठहराया जा सकता ।
आवश्यकता है कि इस प्रकार से पुलिस का जो मजाक बन रहा है उस पर जिले के कप्तान संज्ञान में लेते हुए आवश्यक कार्रवाई करें। कार्यवाही भी ऐसी होनी चाहिए जो नजीर बन जाए जिससे आगे इस प्रकार से अपने उच्च अधिकारियों को गुमराह करने का प्रयास न किया जाए।